चंडीगढ डेस्क रिपोर्ट। पंजाब की सरकार पहली ऐसी गैर बीजेपी सरकार और कांग्रेसी सरकार बन गई है जिसने डीजल और पेट्रोल पर वैट कम कर दिया है। दरअसल बीजेपी शासित प्रदेशों में वैट में कमी के बाद इस बात की आलोचना हो रही थी कि आखिरकार कांग्रेस की सरकारें वेट कम क्यों नहीं कर रही।
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पंजाब के मुख्यमंत्री ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है। थोड़ी देर पहले पंजाब सरकार की ओर से पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले वैट में कमी कर दी गई है। पेट्रोल पर 10 रू और डीजल पर 5 रू वैट कम किया गया है। इस तरह अब केंद्र की एक्साइज ड्यूटी की छूट को मिलाकर पंजाब में डीजल और पेट्रोल दोनों पंद्रह 15 रू प्रति लीटर कम हो जाएंगे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा दीपावली की पूर्व संध्या पर पेट्रोल पर 5 रू और डीजल पर 10 रू एक्साइज ड्यूटी कम किए जाने के बाद पेट्रोलियम मंत्रालय ने राज्य सरकारों से भी अपील की थी कि वे वैट में कमी करें। उसके तुरंत बाद बीजेपी शासित सरकारों ने वैट में कमी की घोषणा कर दी थी। लेकिन कांग्रेस शासित सरकारों में इसका पालन नहीं किया था। रविवार को इस बात को लेकर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और गृह मंत्री डॉ नरोत्तम मिश्रा ने भी कांग्रेस सरकारों पर कटाक्ष किया था कि आखिरकार जनता को लाभ देने की बात पर वे पीछे क्यों है और पेट्रोल डीजल को लंबे समय से मुद्दा बनाए रखने के बाद भी आखिरकार क्यों अब वैट कम नहीं हो रहा है। छत्तीसगढ़ की सरकार भी यह संकेत दे चुकी है कि करो की समीक्षा के बाद जल्द वहां पर वैट की कमी पर निर्णय लिया जाएगा।