बीते साल पूरे देश को झकझोर देने वाले कठुआ रेप हत्याकांड मामले में पंजाब स्थित पठानकोट एक विशेष अदालत ने सोमवार को बड़ा फैसला सुनाया है। अदालत ने दोषी सांझी राम, प्रवेश कुमार और दीपक खजूरिया को भी उम्रकैद की सजा सुनाई है।इन पर एक लाख रुपए का जुर्माना भी लगाया गया है। वही तीन अन्य आरोपियों असिस्टेंट सब इंस्पेक्टर तिलक राज, आनंद दत्ता और पुलिस ऑफिसर सुरेंद्र कुमार को पांच पांच साल की सजा सुनाई गई है। कोर्ट ने इन दोषियों पर पचास पचास हजार का जुर्माना लगाया है। वही सांझी राम का बेटे विशाल को बरी कर दिया है। सुनवाई के लिए सातों आरोपित, अभियोजन और बचाव पक्ष के वकील सुबह 11 बजे अदालत पहुंच गए थे और उसके बाद सुनवाई शुरू हुई और छह को दोषी करार दिया गया था।
अभियोजन पक्ष के वकील मवीन फारूकी ने मीडिया को बताया कि कोर्ट ने आरोपी ग्राम प्रधान सांझी राम समेत 6 आरोपियों दीपक कुमार, प्रवेश कुमार, सुरेंद्र कुमार, आनंद दत्ता, तिलक राज को दोषी करार दिए गया है।अदालत ने इस मामले में तीनों पुलिसकर्मियों को भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 201 (सबूत मिटाने) का दोषी करार दिया है। इसमें अधिक से अधिक 3 साल की सजा होती है। वहीं, मुख्य आरोपी सांजी राम पर आईपीसी की धारा 302 (हत्या), 376 (रेप), 328 (अपराध करने के आशय से जहर या नशीला पदार्थ खिलाना), 343 (तीन या उससे अधिक दिनों के लिए बंदी बनाए रखना) लगाई गई हैं।
अदालत के फैसले के बाद सुरक्षा बढ़ा दी गई है।चारों तरफ कड़े बंदोबस्त किये गए है। पंद्रह पन्नों की चार्जशीट के अनुसार पिछले साल 10 जनवरी को अगवा की गयी आठ साल की बच्ची को कठुआ जिले के एक गांव के मंदिर में बंधक बनाकर उसके साथ दुष्कर्म किया गया, उसे चार दिन तक बेहोश रखा गया और बाद में उसकी हत्या कर दी गयी।इस मामले में पुलिस ने कुल 8 लोगों को गिरफ्तार किया, जिनमें से एक को नाबालिग बताया गया, हालांकि, मेडिकल परीक्षण से यह भी सामने आया कि नाबालिग आरोपी 19 साल का है। पूरी वारदात के मुख्य आरोपी ने खुद ही सरेंडर कर दिया था। शुरुआत में इस मसले को जम्मू कोर्ट में सुना गया लेकिन बाद में पठानकोट कोर्ट में इसकी सुनवाई हुई जहां पर आज इसका फैसला सुनाया गया।
ये है पूरा मामला
कठुआ रेप की घटना 10 जनवरी, 2018 को हुई थी। परिवार के मुताबिक, बच्ची 10 जनवरी को दोपहर में घर से घोड़ों को चराने के लिए निकली थी और उसके बाद वो घर वापस नहीं लौटी थी. करीब एक हफ्ते बाद 17 जनवरी को जंगल में उस बच्ची की लाश मिली थी।मेडिकल रिपोर्ट में पता चला था कि बच्ची के साथ कई बार कई दिनों तक सामूहिक बलात्कार हुआ है और पत्थरों से मारकर उसकी हत्या की गई है, उसके बाद बच्ची के साथ गैंगरेप कर उसकी हत्या पर देशभर में काफी बवाल मचा था।