अबकी बार 4 ट्रिलियन पार : पीएम मोदी के 5 ट्रिलियन की इकॉनमी के लक्ष्य के करीब भारत, चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने से कुछ कदम दूर

Shashank Baranwal
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India GDP: भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक बड़ी खुशखबरी सामने आई है। भारत की अर्थव्यवस्था पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार कर चुकी है। भारत विश्व के सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों की फेहरिस्त में पांचवे स्थान पर है। वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने साल 2025 तक भारतीय अर्थव्यवस्था 5 ट्रिलियन तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा है। बीते कुछ सालों से भारत की अर्थव्यवस्था लगातार बढ़ रही थी। जहां 2021 में भारत की जीडीपी 3.2 ट्रिलियन डॉलर थी। जो कि 2022 में बढ़कर 3.6 ट्रिलियन डॉलर हो गई थी। वहीं साल 2023 में यह आंकड़ा 4 ट्रिलियन डॉलर के पार पहुंच गया।

डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने किया ट्वीट

भारत की अर्थव्यवस्था के 4 ट्रिलियन पार पहुंचने की जानकारी महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम देवेंद्र फडणवीस ने दी। उन्होंने भारतीय जीडीपी के रैंकिंग की फोटो शेयर की थी। जिसमें भारत अर्थव्यवस्था पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार की है। उन्होंने फोटो शेयर कर लिखा  “गतिशील, दूरदर्शी नेतृत्व ऐसा दिखता है। खूबसूरती से प्रगति कर रहा हमारा नयाभारत ऐसा ही दिखता है। मेरे साथी भारतीयों को बधाई, क्योंकि हमारा देश $4 ट्रिलियन जीडीपी के आंकड़े को पार कर गया है।” वहीं भारत अब चौथी अर्थव्यवस्था बनने से महज कुछ दूर है।

5 सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश

भारतीय अर्थव्यवस्था ने पहली बार 4 ट्रिलियन डॉलर का आंकड़ा पार किया है। भारत सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देशों की फेहरिस्त में अभी पांचवे पायदान पर है। पहले पायदान पर अमरेकी की अर्थव्यवस्था 26.7 ट्रिलियन डॉलर के साथ, दूसरे पायदान पर चीन 19.24 ट्रिलियन डॉलर के साथ, तीसरे पायदान पर जापान 4.39 ट्रिलियन डॉलर के साथ और चौथे पायदान पर जर्मनी 4.28 ट्रिलियन डॉलर के साथ है। बता दें भारत और जर्मनी के बीच बहुत कम फासला है। जिससे भारत चौथी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था वाले देश बनने से ज्यादा दूर नहीं है।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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