बीजेपी की मुश्किलें कम होने का नाम नही ले रही है।आए दिन नेता पार्टी बदलकर दूसरे दल मे शामिल हो रहे है। खबर है कि पूर्व मंत्री और बीजेपी नेत्री पकंजा मुंडे जल्द पार्टी छोड़ सकती है ।खुद इस बात के संकेत पंकजा ने दिए है। उन्होंने अपने ट्वीटर से पार्टी का नाम हटा दिया है।जिसके चलते सियासी गलियारों में अटकलों ने तेजी पकड़ ली है। सुत्रों की माने तो अगले हफ्ते में पंकजा बीजेपी को बड़ा झटका दे सकती है।वहीं माना जा रहा है कि वह शिवसेना में शामिल हो सकती हैं इसका इशारा शिवसेना प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने दिया है।
इससे पहले पंकजा ने फेसबुक पोस्ट में कहा था कि ‘बदले राजनीतिक परिवेश में अपनी ताकत को समझना जरूरी है। मुझे 8-10 दिन तक कुछ चिंतन करना है और मैं 12 दिसंबर को आप सभी से मुलाकात करूंगी। यह हमारे नेता गोपीनाथ मुंडे जी का जन्मदिन है। मैं अगले 8-10 दिन में मैं यह तय कर लूंगी कि मुझे आगे क्या करना है और कौन से रास्ते पर जाना है।इसके बाद आज उन्हें ट्वीट से पार्टी का नाम हटा दिया है।सोमवार को पंकजा ने अपने ट्विटर बायो से सारी जानकारी हटा दी। इसमें उन्होंने भाजपा का नाम और अपने राजनीतिक सफर का विवरण भी हटा दिया। माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में वे बीजेपी छोड़ शिवसेना का दामन थाम सकती है।वहीं, शिवसेना नेता अब्दुल सत्तार ने कहा कि अगर पंकजा मुंडे शिवसेना में आती हैं, तो उनका स्वागत है।
बीजेपी की फायरब्रांड नेता पंकजा राजनैतिक पृष्ठभूमि से ताल्लुक रखती हैं। पंकजा स्व गोपीनाथ मुंडे की पुत्री और स्व प्रमोद महाजन की भतीजी हैं। महज 40 साल की उम्र में पंकजा ने समाजसेवा से लेकर राजनीति का अहम पड़ाव तय किया। राजनीति में आने से पहले वे गैर सरकारी संगठनों के साथ काम किया करती थीं। राजनीति में आने के बाद वे पिता की वजह से जल्दी ही काफी लोकप्रिय हो गईं और बीजेपी के युवा विंग, भारतीय जनता युवा मोर्चा के राज्य अध्यक्ष के तौर पर काम करने लगीं।