नई दिल्ली।
मोदी कैबिनेट के दूसरे कार्यकाल का बजट वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पेश कर दिया है। इस बार के बजट में आधुनिक भारत, डिजिटल गवर्नेंस, डिजिटल सेवाओं पर फोकस किया जा रहा है।केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने संसद में बजट भाषण पढ़ते हुए घोषणा कि इस वित्तीय वर्ष में केंद्र सरकार शिक्षा के लिए 99 हजार 300 करोड़ रुपये की बड़ी राशि खर्च करेगी। इसमें आधारभूत संरचना के विकास तथा स्किल आधारित शिक्षा में खासा जोर दिया है।
निर्मला सीतारमण ने कहा कि स्किल इंडिया के जरिए रोजगार पर जोर दिया जाएगा। कौशल विकास के लिए 3000 करोड़ का बजट प्रावधान किया गया है। ग्रामीण युवाओं को इंटर्नशिप कराई जाएगी। भविष्य में सरकार गांव में रोजगार देगी ।वही निर्मला ने कहा कि सरकार घरेलू मैन्यूफैक्चरिंग पर जोर दे रही है। खासकर मोबाइल फोन पर जोर रहेगा और भारत को मोबाइल हब बनाया जाएगा। सेमी कंडक्टर और मेडिकल डिवाइस बनाने पर भी फोकस किया जाएगा। हर जिले को एक्सपोर्ट हब के रूप में विकसित करेंगे। 27 हजार करोड़ का आवंटन उद्योग और वाणिज्य विकास के लिए किया गया है।
शिक्षा के क्षेत्र में वित्तमंत्री की महत्वपूर्ण घोषणाएं
– गरीब विद्यार्थियों के लिए सरकार की तरफ से ऑनलाइन एजुकेशन की सुविधा उपलब्ध करवाई जाएगी। इसमें ऑनलाइन कोर्स की सुविधा मिलेगी साथ ही साथ विद्यार्थियों को संबंधित ट्रेड में डिग्रियां भी प्रदान की जाएंगी।
-जल्द ही नई शिक्षा नीति लाई जाएगी. शिक्षा व्यवस्था में और फंड देने की जरूरत है.
– उच्च शिक्षा के लिए ऑनलाइन पढ़ाई की सुविधा दी जाएगी।
– जिला अस्पतालों से जोड़े जाएंगे मेडिकल यूनिवर्सिटीज।
– पीपीपी मॉडल पर मेडिकल कॉलेज बनाए जाएंगे
– स्टडी इन इंडिया को प्रमोट किया जाएगा।
– देश में शिक्षकों और नर्सों की जरूरत।
– एजुकेशन सेक्टर के लिए 99 हजार 300 करोड़ रुपये का प्रस्ताव।
– स्किल डेवलपमेंट के लिए 3000 करोड़ का प्रावधान।
– एजुकेशन सेक्टर में FDI लाया जाएगा।
– सरस्वती सिंधु यूनिवर्सिटी का ऐलान।
-विभिन्न सरकारी तथा निजी औद्योगिक ईकाइयों, अस्पतालों, गैर सरकारी संगठनों, विमानन कंपनियों तथा विनिर्माण कंपनियों को कुशल युवा मानव संसाधन उपलब्ध कराने के उद्देश्य से विभिन्न ट्रेड्स में डिप्लोमा की पढ़ाई के लिए साल 2021 तक नए संस्थानों की स्थापना ।