भारत के रत्न कहे जाने वाले रतन टाटा ने दुनिया को अलविदा कह दिया। दरअसल गुरूवार को उन्होंने मुंबई के ब्रीच कैंडी हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। उनके जीवन में कई उतार चढ़ाव आए लेकिन मुश्किलों से लड़ते हुए और मजबूत विचारों के साथ उन्होंने न सर्फ बिजनेस में कामयाबी हासिल की, बल्कि उन्होंने युवाओं को प्रेरित भी किया। वहीं उनके निजी जीवन को लेकर भी वह अक्सर लोगों के बीच चर्चा का विषय बने रहे। इसके साथ ही एक सवाल लोगों के बीच हमेशा सुर्खियों में रहा और वह सवाल था कि आखिर रतन टाटा ने शादी क्यों नहीं की।
लेकिन क्या आप जानते हैं अगर 1962 की जंग नहीं हुई होती तो आज रतन टाटा शादी शुदा होते। यदि आप भी इस बात से अनजान हैं तो आज इस खबर में हम आपको उनके जीवन की यह सबसे बड़ी बात बताने जा रहे हैं। जानिए आखिर उनके शादी के पीछे की यह क्या कहानी है?
जानिए कैसा रहा उनका निजी जीवन
जानकारी दे दें कि रतन टाटा जब मात्र दस साल के थे, तो उनके माता-पिता अलग हो गए थे। माता पिता के अलग हो जाने के चलते रतन टाटा का पालन-पोषण उनकी दादी ने ही किया था। लेकिन हमेशा एक सवाल उनके जीवन को लेकर उठता रहा कि इतने संपन्न होने के बाद भी रतन टाटा ने शादी क्यों नहीं की?दरअसल लोगों का यह भी मानना है कि 83 साल के जीवन में रतन टाटा को वह महिला कभी नहीं मिली जिसकी वह तलाश में थे! लेकिन आपको जानकारी दे दें कि रतन टाटा चार बार शादी करने के करीब पहुंचे, लेकिन कुछ कारणों के चलते वह शादी नहीं कर पाए।
अगर न हुआ होता भारत-चीन युद्ध तो शादी शुदा होते रतन!
दरअसल उन्होंने एक इंटरव्यू में यह स्वीकार किया था कि एक समय जब वे लॉस एंजिल्स में थे, तब उन्हें किसी से प्यार हो गया था, लेकिन उस समय 1962 के भारत-चीन के बीच चल रहे युद्ध के चलते, लड़की के माता-पिता उन्हें भारत भेजने के लिए खिलाफ थे। वहीं इस वजह से रतन टाटा ने बाद में भी कभी शादी नहीं की। दरअसल इसके बाद रतन टाटा अपने कारोबार और उसकी दुनिया में रम गए और फिर अपनी निजी जिंदगी को पीछे छोड़ते हुए आगे बढ़ गए।
इसके साथ ही आपको जानकारी दे दें कि वर्ष 2009 में रतन टाटा ने देश को सबसे सस्ती कार देने का वादा किया था और वादा निभाते हुए उन्होंने मात्र ₹1 लाख में टाटा नैनो को लॉन्च किया था। इसके साथ ही उन्हें अपने चैरिटी के लिए भी लोगों के बीच जाना जाता था।