नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। 2022 temperature ठंड ने दम तोड़ दिया है और गर्मी की शुरूआत हो चुकी है। क्या आप जानते हैं कि इस साल मार्च माह की तपन हर साल की तुलना में अधिक है। आईएमडी (IMD) द्वारा मार्च-2022 में कई राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में हर साल की अपेक्षा इस साल ज्यादा तेज गर्मी दर्ज की गई है। इसे लेकर आईएमडी के महानिदेशक मृत्यंजय महापात्र ने कहा कि इसके कारण ‘ठंडी हवाओं को लाने वाले पश्चिमी विक्षोभ का सक्रिय न होना’ और ‘प्री-मानसून बौछार की कमी’ हो सकता है। उत्तर-पश्चिम भारत के रेगिस्तानों से आने वाली गर्म हवाओं ने भी मध्य क्षेत्रों में तापमान बढ़ाया है।
यह भी पढ़ें- MP News: लापरवाही पर पंचायत सचिव-इंजीनियर समेत 4 निलंबित, 2 कर्मचारी बर्खास्त, 12 को नोटिस
भारत के कुछ हिस्से जैसे जम्मू, कच्छ-सौराष्ट्र, राजस्थान सहित उत्तर और उत्तर-पश्चिम भारत के कुछ हिस्सों में मध्यप्रदेश और उत्तराखंड में पिछले सप्ताह लू का भी अनुभव किया गया है। आईएमडी डेटा के अनुसार अगर 1 मार्च से 21 मार्च तक के तापमान पर नजर डाले तो यह कुछ इस प्रकार से है-
उत्तर पश्चिम भारत 0 से 86 प्रतिशत
पूर्वी और पूर्वोत्तर भारत 0 से 92 प्रतिशत
मध्य भारत 0 से 84 प्रतिशत
दक्षिण प्रायद्वीप 0 से 40 प्रतिशत
यह भी पढ़ें- Morena News: शराब के ठेके पर युवक की हत्या, फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट व डॉग स्क्वायड की टीम मौके पर पहुंची
वल्र्ड मेटरोलाॅजिकल आर्गनाइजेशन ने इस वर्ष पिछले साल यानि 2021 की तुलना में 1.1 डिग्री सेल्सियस का तापना दर्ज किया है। इसका मतलब यह है कि ये साल पिछले साल की तुलना में अधिक ताप वाला हो सकता है। बतादें कि मार्च में अक्सर हवा के ऊपरी हिस्से की स्थिति में बदलाव होता है, जो हवा के बहाव पर काफी ज्यादा असर डालता है। हवाएं तेजी से नीचे की ओर धकेली जाने लगती हैं, इसमें गरम हवाएं होती हैं, जो गरमी बढ़ाती हैं।
यह भी पढ़ें- Jabalpur News: शहरी क्षेत्र से डेयरी हटाने में नाकाम साबित हुआ जिला प्रशासन, एनजीटी रिपोर्ट में हुआ खुलासा
भारत में अगर हीटवेव की बात करें तो अप्रैल और मई में अधिकतम तापमान चरम पर होता है और भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) राजस्थान, पंजाब, चंडीगढ़, हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, पश्चिम मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, ओडिशा, महाराष्ट्र में विदर्भ के हिस्सों में हीटवेव ज़ोन के रूप में पहचाना जाता है।