होशंगाबाद/इटारसी, राहुल अग्रवाल। एक ओर जहां कोरोना का संक्रमण चल रहा है और लगातार अस्पताल द्वारा लाखों रुपयों का बिल देने के मामले सामने आ रहे है। साथ ही आम आदमी सरकारी से ज्यादा निजी अस्पताल में इलाज कराने पर ज्यादा ध्यान देता है। शासन द्वारा मरीजों को उपचार संबंधित सुविधाएं मुहैया कराने के लिए अनेक प्रयास किए जा रहे हैं ताकि मरीजों को समुचित इलाज मिल सके। इसके साथ ही शहर में कुछ ऐसी समाज सेवी संस्था और समाजसेवी भी हैं, जो मरीजों को निःशुल्क उपचार देने के लिए समर्पित हैं।
इन्हीं में से एक हैं शहर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. पीडी अग्रवाल जो विगत 19 सालों से मरीजों का निःशुल्क उपचार कर रहे है। जिसके चलते वह क्षेत्र में मानव सेवा की मिसाल बन गए हैं। डॉ अग्रवाल पूर्व में इटारसी के डॉ. श्यामाप्रसाद मुखर्जी शासकीय चिकित्सालय में ही पदस्थ थे। 31 मार्च 2002 को सेवा निवृत्ति के बाद से ही वह अग्रवाल समाज द्वारा संचालित अग्रसेन फ्री डिस्पेंसरी में सेवा दे रहे हैं।
इस संबंध में जब डॉ. अग्रवाल से बातचीत की गई तो उन्होंने बताया कि व्यक्ति को किसी ना किसी प्रकार समाज सेवा करनी चाहिए। वह पेशे से चिकित्सक हैं। इसलिए वह मरीजों का उपचार कर अपना फर्ज निभा रहे है। उन्होंने कहा कि सप्ताह में दो दिन डिस्पेंसरी खुलती है गुरुवार और रविवार को दोपहर एक बजे से चार बजे तक। इन दिनों में मरीज भी उनके इंतजार में लाइन है लगाकर बैठे रहते हैं।
डॉ. अग्रवाल का कहना है कि इस डिस्पेंसरी में अब तक वह लगभग दो लाख से भी अधिक मरीजों की जांच कर चुके है। प्रत्येक सप्ताह लगभग सौ मरीजों की जांच की जाती है। वहीं मरीजों को जेनरिक दवाईयां नहीं बल्कि अधिक कीमत पर मिलने वाली ब्रांडेड दवाईयां निःशुल्क रूप से दी जाती है। मरीजों को सिर्फ इसके लिए पांच रुपए की पर्ची कटवानी पड़ती है।
इतना ही नहीं उनकी इस सेवा भाव से मरीज काफी संतुष्ट हैं। कुछ ऐसे भी मरोज हैं जो शासकीय चिकित्सालय में नहीं बल्कि अग्रवाल समाज द्वारा संचालित फ्री डिस्पेंसरी में डॉ अग्रवाल से ही अपना इलाज करवाना चाहते हैं। यहां अग्रवाल समाज के कुछ लोगों द्वारा नियमित रूप से प्रतिमाह लाखों रूपए की दवाईयां अपने खर्चे पर खरीद कर डिस्पेसरी के लिए मुफ्त में दी जाती हैं, ताकि अग्रवाल फ्री डिस्पेसरी नियमित रूप से संचालित होती रहे।
विगत लगभग 19 वर्षों से अपनी निःशुल्क सेवाएं समाज द्वारा संचालित इस फ्री डिस्पेंसरी में देता हूं और इस दौरान लगभग दो लाख से भी ज्यादा लोगों का इलाज निःशुल्क संस्था के माध्यम से कर चुका है। इस सेवा से मुझे शांति और सुकन मिलता है।