वास्तु शास्त्र के अनुसार कैसा होना चाहिए रसोईघर, जानें इससे जुड़े नियम और महत्व

भावना चौबे
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Kitchen Vastu Tips: वास्तु शास्त्र में घर से जुड़े कई नियम बताए गए हैं। घर के बेडरूम, बाथरूम, किचन, गार्डन सभी के लिए वास्तु शास्त्र में कुछ ना कुछ नियम जरूर बताए गए हैं जिनका पालन करने से वास्तु दोष से मुक्ति मिल सकती है। आज हम खासतौर पर किचन से जुड़े वास्तु नियम के बारे में जानेंगे। वास्तु शास्त्र के अनुसार अगर घर के किसी भी कोने में कोई भी वास्तु दोष होता है तो उससे घर में संकट आता है कई प्रकार की परेशानियों का सामना व्यक्ति को करना पड़ सकता है।

वास्तु शास्त्र में किचन से जुड़े क्या-क्या नियम बताए गए हैं

किचन की दिशा

पृथ्वी, आकाश, वायु, अग्नि और जल इन पांचों तत्वों का उचित संतुलन घर के अंदर अवश्य होना चाहिए। किचन में भी इन पांचों तत्वों का होना बहुत जरूरी माना जाता है। अगर दिशा की बात की जाए तो दक्षिण-पूर्व कोने में किचन की दिशा होनी चाहिए। खाना बनाते समय मुख हमेशा पूर्व दिशा की ओर रखना चाहिए।

वॉश बेसिन किस दिशा में होना चाहिए

बर्तनों को साफ करने के लिए जल शोधक उत्तर-पूर्व दिशा में ही होना चाहिए। साथ ही साथ पीने का पानी भी इसी दिशा में रखना चाहिए।

सब्जी किस दिशा में रखनी चाहिए

किचन में सब्जी हमेशा उत्तर पूर्व-दिशा में ही रखनी चाहिए। इस दिशा में देवी देवताओं का वास होता है। सब्जी रखने से पहले उस स्थान को साफ करें और फिर सब्जी रखें।

सब्जी हमेशा सफेद थैली में लाएं

अक्सर हम तरह-तरह की रंगों की थैलियों में बाजार से सब्जी खरीद कर लाते हैं। लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार सब्जी हमेशा सफेद रंग की थैली में लाना चाहिए। यह रंग बहुत शुभ माना जाता है। सफेद रंग शांति का प्रतीक होता है। इससे घर में सुख-शांति बनी रहती है।

गैस किस दिशा में रखें

किचन में दक्षिण-पूर्व दिशा और कोने में ही गैस रखना चाहिए। खाना बनाते वक्त हमेशा मुख पूर्व दिशा में होना चाहिए।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)


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भावना चौबे

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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