Shash Mahapurush/Budhaditya Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में ग्रहों, नक्षत्रों और राशियों का बड़ा महत्व माना जाता है। हर ग्रह एक निश्चित समय पर राशि बदलता है और इस दौरान अगर कोई ग्रह उस राशि में मौजूद हो तो दो ग्रहों की युति बनती है और इस दौरान राजयोग का भी निर्माण होता है। जनवरी 2023 से शनि देव कुंभ राशि में विराजमान हैं, जो साल 2025 तक इसी राशि में रहेंगे, इस संयोग को शश महापुरुष राजयोग कहा जाता है, इसका 3 राशियों को बड़ा लाभ मिलने वाला है।
ज्योतिष के अनुसार, शनि सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह है। शनि ढाई साल में राशि परिवर्तन करता है। 30 साल बाद शनि कुंभ राशि में हैं और वक्री हैं। शनि 4 नवंबर तक वक्री रहेंगे। उसके बाद मार्गी हो जाएंगे, ऐसे में कुंभ राशि वालों का समय ढाई साल तक काफी शुभ रहने वाला है। शनि की सीधी चाल कुछ राशि वालों को अच्छे परिणाम देगी। शनि के मार्गी होने से शश राजयोग बनेगा। जिससे 3 राशियों के जीवन में आर्थिक लाभ, समृद्धि और सुनहरे दिनों की शुरुआत होगी।वही हाल ही में शनि देव ने शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश किया है, जो राहु ग्रह का आधिपत्य है। इसलिए शनि देव का नक्षत्र परिवर्तन का प्रभाव सभी राशियों के लोगों पर देखने को मिलेगा।
जानिए कुंडली में कैसे बनता है शश महापुरुष राजयोग
ज्योतिष के अनुसार, शनि ग्रह से शश योग का निर्माण होता है। शनि के कारण बनने वाला शश योग पंचमहायोग में से एक राजयोग है। यदि आपकी कुंडली में शनि लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित है अर्थात शनि यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में तुला, मकर अथवा कुंभ राशि में स्थित है तो यह शश योग बनता है। कुंभ राशि शनि की स्वराशि है जो की मूल त्रिकोण राशि भी है। यदि किसी की कुंडली में शनि का राजयोग है तो इसका बड़ा लाभ मिलता है।सबसे खास ये है कि अगर राशि में शश योग है तो जातक पर शनि के कुप्रभाव, साढ़ेसाती और ढैय्या के बुरे प्रभाव नहीं पड़ते हैं।
वृषभ राशि :शनि का मार्गी होना वृष राशि के जातकों को बहुत लाभ देगा। शश राजयोग किस्मत खोलेगा। सभी मनोकामनाएं पूरी होंगी। करियर में सफलता के प्रबल योग है, जिससे उच्च पद और बड़ी सैलरी मिलेगी। कारोबार का विस्तार होगा। करियर में नए अवसर मिलने से आपको खूब धनलाभ होगा।व्यापार में वृद्धि होगी। जो लोग शादी के योग्य हैं उनके शादी के योग बन रहे हैं।
सिंह राशि : शश राजयोग सिंह राशि के जातकों के लिए लाभकारी साबित होगा। शश राजयोग सिंह राशि के जातकों के लिए काफी शुभ रहेगा। अचानक धनलाभ के योग बनेंगे। जीवनसाथी का पूरा सहयोग मिलेगा और तरक्की होगी। आय के स्त्रोत बढ़ने के आसार है और 2025 तक मनोकामना भी पूर्ण होगी। जातकों को ऑफिस में पदोन्नति और आय में इजाफा होने के संकेत है।। संतान पक्ष से भी कोई शुभ समाचार मिल सकता है। पुश्तैनी जमीन मिलने के संकेत है। कोर्ट कचहरी के केसों में सफलता मिलेगी।पुराने निवेश का लाभ भी मिल सकता है।। पति-पत्नी के रिश्ते मजबूत होंगे। भौतिक सुख में वृद्धि होगी। आर्थिक पक्ष से भी लाभ मिलेगा। विवादास्पद मामले में सफलता मिलेगी।
कुंभ राशि : कुंभ राशि में शनिदेव विराजमान हैं और शनि की वक्री चाल से जो शश राजयोग निर्माण हो रहा है वह इस राशि के जातकों को अपार सफलता दिलाने वाला है। जातकों को शश महापुरुष योग से ढाई साल तक शनि देव का आर्शीवाद मिलता रहेगा । शनि की मार्गी चाल कुंभ राशि के जातकों के लिए शुभ समय लेकर आएगी। शनि कुंभ का स्वामी है और इस राशि में गोचर कर रहा है। कुंभ राशि में शनि के गोचर से जातकों का आत्मविश्वास बढ़ेगा। वरिष्ठों से संबंध विकसित होंगे। साझेदारी के काम में सफलता मिल सकती है। आर्थिक लाभ होगा और सेहत अच्छी रहेगी। खासतौर पर आपके नौकरी-व्यापार से संबंधित मामलों में, आपको लाभ मिलेगा। इस दौरान आपके जो भी लंबित कार्य हैं वो सभी पूरे होंगे और धन लाभ होगा।
मकर राशि : ज्योतिष शास्त्र अनुसार शनि देव ने शतभिषा नक्षत्र में प्रवेश कर लिया है और 75 दिन राहु के घर में रहेंगे, ऐसे में वृषभ सिंह के साथ मकर राशि वालों को भी लाभ मिलेगा। यह आर्थिक लिहाज से शुभ साबित हो सकता है। इस समय आप कोई वाहन या प्रापर्टी खरीदने का मन बना सकते हैं। नौकरी बदलना चाहते हैं तो इसमें भी आपको सफलता मिलेगी। अपनी आर्थिक स्थिति में वृद्धि कर सकते हैं। जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह समय शानदार सिद्ध हो सकता है।
अगस्त में सूर्य-बुध मिलकर बनाएंगे बुधादित्य राजयोग
वैदिक ज्योतिष में बुधादित्य राजयोग को बेहद शुभ योग माना गया है। जिस व्यक्ति की कुंडली में यह योग होता है। वह धनवान और बुद्धिमान होता है।एक बार फिर अगस्त में बुध और सूर्य की युति से यह राजयोग बनने जा रहा है। सूर्य देव 17 अगस्त को सिंह राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। साथ ही बुध देव अभी सिंह में भ्रमण कर रहे हैं। जिससे 3 राशि के जातकों को करियर और कारोबार में तरक्की के योग बन रहे हैं।
क्या होता है बुधादित्य योग
वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार आदित्य का मतलब सूर्य से होता है इस तरह से जब कुंडली में सूर्य और बुध दोनों ग्रह एक साथ मौजूद हों तो बुधादित्य योग बनता है। बुधादित्य योग कुंडली के जिस भाव में मौजूद रहता है उसे वह मजबूत बना देते है। कुंडली में बुध और सूर्य के एक साथ होने पर विशेष फल की प्राप्ति होती है। वही सौरमंडल में सूर्य के सबसे नजदीक बुध ग्रह ही होता है, ऐसे में कुंडली में बुध और सूर्य ज्यादातर समय एक साथ ही दिखाई देते हैं।जब किसी व्यक्ति की कुंडली में बुधादित्य योग बनता है उसे धन, सुख-सुविधा, वैभव और मान-सम्मान की प्राप्ति होती है।
सिंह राशि : आप लोगों को सूर्य और बुध की युति लाभदायक सिद्ध हो सकता है। क्योंकि यह युति आपकी राशि से लग्न भाव में बनने जा रही है। इसलिए इस समय आपके आत्मविश्वास में वृद्धि हो सकती है। इस दौरान आपको जीवनसाथी का साथ मिलेगा। वहीं इस अवधि में आपके रुके हुए काम बनेंगे। अगर आप नया काम शुरू करना करना चाहते हैं, तो कर सकते हैं। वहीं जो बेरोजगार लोग हैं, उनको नौकरी इस अवधि में मिल सकती है। साथ ही इस समय आफको पार्टनरशिप के काम में लाभ हो सकता है।
मीन राशि : बुधादित्य राजयोग मीन राशि के जातकों को शुभ साबित हो सकता है। साहस और पराक्रम में वृद्धि हो सकती है। कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। आकस्मिक धनलाभ के प्रबल योग बनेंगे। व्यापारियों के लिए समय अनुकूल है, व्यापार में अच्छा लाभ हो सकता है। वहीं अगर आप नौकरपेशा हैं तो आपका प्रमोशन हो सकता है।
वृश्चिक राशि : बुधादित्य राजयोग बनने से आप लोगों के अच्छे दिन शुरू हो सकते हैं। क्योंकि यह योग आपकी राशि से कर्म भाव पर बनने जा रहा है। इसलिए इस समय आपको काम- कारोबार में तरक्की मिल सकती है। कोई बड़ी योजना सफल हो सकती है। वहीं जो कारोबारी लोग हैं, उनको इस समय अच्छा लाभ हो सकता है। नया कारोबार शुरू कर सकते हैं। जो लोग पैतृक व्यापार करते हैं, उनको लाभ हो सकता है। वहीं इस समय नौकरीपेशा लोगों की पदोन्नति हो सकती है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)