Astro Tips: हमारे जीवन में ज्योतिष का जितना महत्व है उतना ही महत्व पेड़ पौधों का भी है। दरअसल सनातन धर्म में कई सारे पेड़ पौधों को बहुत ही शुभ माना गया है। यह व्यक्ति के जीवन में सकारात्मक लाने का काम करते हैं और सारे दुख क्लेश को खत्म कर देते हैं। अगर व्यक्ति अपने जीवन में सुख समृद्धि चाहता है। तो कुछ ऐसे पेड़ पौधे हैं जिन्हें अगर घर में लगा लिया जाए तो सकारात्मक वातावरण बना रहता है।
ब्रह्म कमल एक ऐसी चीज है जो घर में सुख समृद्धि ऐश्वर्य और धन दौलत लेकर आता है। अगर शिवजी को यह अर्पित कर दिया जाए तो वह तुरंत ही प्रसन्न हो जाते हैं। इस घर में लगाने से भगवान शिव का आशीर्वाद से मिलता है। यह वही चमत्कारी फूल है जो ब्रह्मा जी के पास रहता है और इसी से जल छिड़क कर भोलेनाथ ने शिव जी को जीवित कर दिया था।
शास्त्रों के मुताबिक जो व्यक्ति इस फूल को मिलते हुए देख लेता है उसके भाग्य में परिवर्तन आ जाता है और वह सुख समृद्धि को हासिल करता है। भगवान शिव को अगर इससे अर्पित किया जाए तो तुरंत ही फल मिलता है और व्यक्ति के सौभाग्य में वृद्धि होती है। चलिए आज हम आपको इस फूल से होने वाले लाभ के बारे में बताते हैं। अगर आप अपने घर में सुख समृद्धि चाहते हैं तो आपको यह फूल भगवान को जरूर अर्पित करना चाहिए। स्वयं भगवान विष्णु ने भी यह फूल भगवान शिव कौर किया था।
घर में आती है समृद्धि
- शास्त्रों के मुताबिक ब्रह्म कमल का पौधा घर में लगाना काफी शुभ होता है। यह फूल जहां खिलता है वहां पर संपन्नता और समृद्धि का वास होता है।
- ऐसा कहा जाता है कि यह फूल जहां खिलता है वहां माता लक्ष्मी विराजमान होती हैं और धर्म वृद्धि के योग प्रबल होते हैं।
- अगर आप अपने परिवार के सदस्यों की उन्नति करना चाहते हैं और उन्हें तरक्की के मार्ग पर आगे बढ़ते हुए देखना चाहते हैं तो यह फूल अवश्य लगाना चाहिए।
- धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक स्कूल की पंखुड़ियां में अमृत की बूंदे होती हैं जो घर में सकारात्मकता का वातावरण बनाती हैं।
रोगों को करता है दूर
ब्रह्म कमलनाथ सिर्फ घर में सब समृद्धि लेकर आता है बल्कि कई तरह के रोगों को दूर करने की ताकत भी रखता है। यह एक बहुत ही अच्छा ब्लड प्यूरीफायर है। सांप के काटने, हार्ट अटैक और प्लेग जैसे रोगों में यह काफी मददगार है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।