13 फरवरी से इन राशियों का गोल्डन टाइम! सूर्य-अरुण का शक्तिशाली योग चमकाएगा भाग्य, करियर-व्यापार-नौकरी में तरक्की

ज्योतिष के मुताबिक, जब दो ग्रह एक-दूसरे से 90 डिग्री की दूरी पर होते हैं या चौथे और दसवें भाव में होते हैं, तो इसे केंद्र योग कहते हैं।

Pooja Khodani
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Surya Arun Kendra Yog 2025: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में सूर्य को ग्रहों का राजा माना जाता है। सूर्य आत्मा, पिता, मान सम्मान, पद प्रतिष्ठा , सफलता इत्यादि के कारक माने जाते है। सूर्य हर माह एक राशि से दूसरी राशि में गोचर करते है। वही सौर मंडल के नौ ग्रह में से अरुण शामिल नहीं है, लेकिन ज्योतिष में इसका विशेष महत्व है। वे कुंभ राशि में शासन करते हैं और उच्च राशि वृश्चिक होती है।

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, वर्तमान में ग्रहों के राजा सूर्य मकर राशि में विराजमान है और आज रात 12 बजे के बाद कुंभ में प्रवेश करेंगे। इस समय क्रांतिकारी ग्रह अरुण (यूरेनस ग्रह) मेष राशि में विराजमान है , ऐसे में सूर्य और अरुण एक-दूसरे से 90 डिग्री पर होंगे, जिससे केंद्र राजयोग का निर्माण होगा।आईए जानते हैं सूर्य-अरुण का बना केंद्र राजयोग किन राशियों के लिए होगा लकी…

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मेष राशि

सूर्य- अरुण का केंद्र राजयोग जातकों के लिए शुभ साबित हो सकता है। दोस्तों और सहयोगियों का पूरा साथ मिल सकता है। करियर में सफलता पाएंगे। पार्टनरशिप में किए गए बिजनेस में मुनाफा मिलेगा परिवार के साथ अच्छा वक्त बीतेगा। जीवन में खुशियों की दस्तक हो सकती है।सूर्य गोचर से मेष राशि वालों आय बढ़ सकती है और धन लाभ के अवसर मिल सकते हैं।

कुंभ राशि

सूर्य अरुण और केंद्र राजयोग जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। अध्यात्म की ओर झुकाव अधिक हो सकता है। कई धार्मिक कार्यों में रूचि बढ़ेगी। करियर के क्षेत्र में सफलता हासिल करेंगे। नौकरीपेशा को कोई बड़ी जिम्मेदारी मिल सकती है। मानसिक तनाव से मुक्ति मिल सकती है। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि हो सकती है।

वृश्चिक राशि

सूर्य-अरुण का बना केंद्र योग  जातकों के लिए लकी साबित हो सकता है।  सुख-सुविधाओं की वृद्धि होगी। प्रॉपर्टी से मुनाफा हो सकता है। नौकरी में भी नए अवसर मिल सकते हैं। शेयर मार्केट से फायदा मिल सकता है। आर्थिक स्थिति मजबूत रहेगी।सूर्य गोचर से छात्रों का अनुकूल समय शुरू होगा। व्यापारियों को धन कमाने के शानदार अवसर मिलेंगे। सेहत अच्छी रहेगी।

केन्द्र योग के बारें में

वैदिक ज्योतिष के मुताबिक, जब दो ग्रह एक-दूसरे से 90 डिग्री की दूरी पर होते हैं या चौथे और दसवें भाव में होते हैं, तो इसे केंद्र योग कहते हैं। सूर्य अरुण के बीच केंद्र योग बनने से धन लाभ सफलता तो शनि शुक्र के बीच केंद्र योग बनने से विशेष लाभ मिलता है।इस योग से आत्मविश्वास में वृद्धि,बिज़नेस में सफलता, धार्मिक कार्यों में रुचि , समाज में मान-सम्मान, नई संपत्ति, वाहन आदि खरीदने और लंबे समय से रुके काम पूरे होते हैं।

(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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