Kendra Trikon/malavya Rajyog : ज्योतिष शास्त्र में नौ ग्रहों, कुंडली और नक्षत्रों का बड़ा महत्व माना जाता है। हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल के बाद राशि परिवर्तन करता हैं, जिसका प्रभाव मानव जीवन और देश- दुनिया पर देखने को मिलता है। 18 सितंबर को दैत्यों के गुरू शुक्र ने स्वराशि तुला में प्रवेश किया है, ऐसे में मालव्य,पराक्रम योग के साथ-साथ केंद्र त्रिकोण राजयोग का निर्माण हुआ है, जिससे कई जातकों को विशेष लाभ मिल सकता है। आइए जानते हैं ये राजयोग किन राशियों के लिए लाभकारी सिद्ध हो सकता है…
तुला राशि : केंद्र त्रिकोण और मालव्य राजयोग जातकों के लिए शुभकारी सिद्ध हो सकता है। हर क्षेत्र में अपार सफलता के साथ-साथ धन लाभ हो सकता है। लंबे समय से सोची हुई योजनाएं सफल होंगी। व्यक्तित्व में निखार होगा। नौकरी में तरक्की के प्रबल योग है। शादीशुदा लोगों का वैवाहिक जीवन खुशनुमा रहेगा। अविवाहित लोगों को रिश्ते का प्रस्ताव आ सकता है।आय के नए स्रोत बनने के कारण आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। बिजनेस में मुनाफा हो सकता है। आर्थिक स्थिति अच्छी होने के साथ धन संचित करने में कामयाब हो सकते हैं। शेयर मार्केट में निवेश करने की सोच रहे हैं, तो इस अवधि में कर सकते हैं।
कुंभ राशि : केंद्र त्रिकोण और मालव्य राजयोग लाभकारी साबित हो सकता है। किस्मत का साथ मिल सकता है।लंबे समय से अटका धन वापस मिल सकता है। करियर में तरक्की मिल सकती है। भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है। देश- विदेश की यात्रा पर जा सकते हैं। प्रतियोगी छात्रों को किसी परीक्षा में सफलता मिल सकती है। कई योजनाएं पूर्ण होंगी।आय में अच्छा इजाफा हो सकता है। भौतिक सुखों की प्राप्ति होती है । देश- विदेश की यात्रा कर सकते हैं। साथ ही प्रतियोगी छात्रों को किसी परीक्षा में सफलता मिल सकती है।
मकर राशि : केंद्र त्रिकोण राजयोग और मालव्य राजयोग का बनना जातकों के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। परिवार के साथ अच्छा समय बीतेगा। पिता और माता का पूरा साथ मिलेगा, जिससे आप हर क्षेत्र में सफलता के साथ अच्छा धन कमा सकते हैं। आय के नए स्रोत बनेंगे और वृद्धि होगी। नौकरी में तरक्की मिल सकती है। बेरोजगारों को नई नौकरी मिल सकती है। व्यापारियों को अच्छा लाभ हो सकता है। नौकरीपेशा को मनचाही जगह ट्रांसफर मिल सकता है। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी। बिजनेस करने वालों को भी खूब लाभ मिलने वाला है।
वृषभ राशि: मालव्य और केन्द्र त्रिकोण राजयोग जातकों के लिए शुभ सिद्ध हो सकता है। कोर्ट- कचहरी के मामलों में सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा लोगों को कार्यस्थल पर कोई नई जिम्मेदारी मिल सकती है।अविवाहित लोगों को विवाह का प्रस्ताव आ सकता है।आकस्मिक धनलाभ की प्राप्ति होगी। अटके और रूके हुए काम पूरे हो सकते है। प्रॉपर्टी, घर या वाहन भी खरीद सकते हैं। आप विदेश में नौकरी या फिर व्यापार करने का सपना पूरा हो सकता है। बिजनेस में भी खूब लाभ मिलने के आसार हैं।
कब बनते है कुंडली में राजयोग
- ज्योतिष के मुताबिक,कुंडली में जब 3 केंद्र भाव जैसे 4, 7, 10 और 3 त्रिकोण भाव जैसे 1, 5, 9 जब आपस में युति, दृष्टि संबंध अथवा राशि परिवर्तन करते हैं, तब केंद्र त्रिकोण राजयोग बनता है। केंद्र त्रिकोण राजयोग जातक के लिए भाग्यशाली माना जाता है।
- मालव्य राजयोग भी शुक्र से संबंधित है, जिस भी जातक की कुंडली में शुक्र लग्न से अथवा चन्द्रमा से केन्द्र के घरों में स्थित है अर्थात शुक्र यदि कुंडली में लग्न अथवा चन्द्रमा से 1, 4, 7 अथवा 10वें घर में वृष, तुला अथवा मीन राशि में स्थित है तो कुंडली में मालव्य राजयोग बनता है।मालव्य योग को पंच महापुरुष राजयोग में से एक माना जाता है ।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)