Malika Rajyog: वैदिक ज्योतिष मुताबिक हर ग्रह एक निश्चित समय अंतराल के बाद राशि परिवर्तन करते है जिससे शुभ योग और राजयोग का निर्माण करते हैं। जिसका प्रभाव सीधे तौर पर राशियों, मानव जीवन और पृथ्वी पर पड़ता है। इसी क्रम में सालों बाद एक साथ जून के महिने में कई ग्रहों के एक लाइन में आने से मलिका राजयोग का निर्माण हुआ है। ज्योतिष के मुताबिक, 14 जून को ग्रहों के राजकुमार बुध और ग्रहों के राजा सूर्य 15 जून को मिथुन राशि में प्रवेश कर गए है। मिथनु राशि में बुध सूर्य के साथ आने से बुधादित्य राजयोग का निर्माण हुआ है। इसके साथ ही कुंभ में शनि, मीन में केतु, कन्या में केतु, शुक्र के मिथुन, मेष में मंगल, वृषभ में गुरु बृहस्पति विराजमान होने से मालिका राजयोग का भी निर्माण हुआ है जो 3 राशियों के लिए बेहद लकी साबित होने वाला है।
राजयोग से 3 राशियों को मिलेगा लाभ
मेष राशि : ग्रहों का महागोचर और मलिका राजयोग का बनना जातकों के लिए बेहद लकी साबित हो सकता है। यात्रा के प्रबल योग है। भाग्य का साथ मिलेगा। कार्यों में सफलता पाएंगे। उच्च शिक्षा के लिए समय अनुकूल है। नया काम शुरु कर सकते है। पार्टनरशिप में भी काम करने से लाभ मिलेगा।नौकरीपेशा को पदोन्नति और वेतनवृद्धि का लाभ मिल सकता है।
सिंह राशि : ग्रहों का गोचर और मलिका राजयोग का बनना जातकों के लिए लाभकारी सिद्धि हो सकता है। भौतिक सुखों की प्राप्ति होगी। करियर में आगे बढ़ने के कई मौके मिलेंगे। परिवार में लंबे समय से चली आ रही समस्याओं से राहत मिलेगी। कार्यक्षेत्र में काम की तारीफ होगी, तरक्की के नए अवसर खुलेंगे।नौकरीपेशा को पदोन्नति और वेतनवृद्धि का लाभ मिल सकता है। स्वास्थ्य अच्छा रहने वाला है। लव लाइफ और दांपत्य जीवन बेहद शानदार रहेगा।
मिथुन राशि : ग्रहों का गोचर और मलिका राजयोग जातकों के लिए अनुकूल साबित हो सकता है। समाज में मान-सम्मान की वृद्धि होगी। कोर्ट कचहरी के मामलों में सफलता हासिल हो सकती है। वकील, सेल्स मार्केटिंग, फंडिंग आदि के क्षेत्रों में काम करने वाले जातकों को लाभ मिलेगा। अविवाहितों को शादी का प्रस्ताव आ सकता है। नौकरीपेशा को कार्यस्थल पर नई जिम्मेदारी मिल सकती है। भाग्य का साथ मिलेगा। सूर्य का आर्शीवाद रहेगा।
कुंडली में कब बनता है मलिका राजयोग
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, मलिका राजयोग बेहद शक्तिशाली और प्रभावशाली माना जाता है। मलिका योग कुंडली में तब बनता है जब सभी ग्रह लगातार सात घरों में स्थित होते हैं और देखने पर एक माला की तरह नजर आते है। इसके अलावा मिथुन राशि में एक साथ तीन ग्रह आने से इस राजयोग को बल मिलता है और यह और ताकतवर हो जाता है।
(Disclaimer : यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं, ज्योतिष, पंचांग, धार्मिक ग्रंथों और जानकारियों पर आधारित है, MP BREAKING NEWS किसी भी तरह की मान्यता-जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। हमारा उद्देश्य महज सूचना पहुंचाना है।इसके सही और सिद्ध होने की प्रामाणिकता नहीं दे सकते हैं। इन पर अमल लाने से पहले अपने ज्योतिषाचार्य या पंडित से संपर्क करें)