Shukra Rashi Parivartan: कर्क राशि में शुक्र का गोचर चमकाएगा इन 4 राशियों की किस्मत, जीवन में आएगी खुशहाली, खुलेंगे सफलता के द्वार 

वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र 7 जुलाई को चंद्रमा की राशि कर्क भी गोचर करने जा रहे हैं। आइए जानें इन गोचर से किन-किन राशियों को लाभ होगा?

Manisha Kumari Pandey
Published on -
shukra gochar

Shukra Rashi Parivartan: वैदिक ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को प्रेम, कामवासना, भौतिक सुख-सुविधा, सौन्दर्य, भोग विलास इत्यादि का कारक माना गया है। कुंडली में दैत्यों के गुरु शुक्र की स्थिति मजबूत होने से जातक के जीवन में खुशहाली और धन-दौलत का आगमन होता। वैवाहिक जीवन सुखमय होता है। सेहत को लाभ होता है। कला से संबंधित लोगों को सफलता मिलती है। वृषभ और तुला राशि के स्वामी शुक्र 7 जुलाई को चंद्रमा की राशि कर्क भी गोचर करने जा रहे हैं।  इस राशि परिवर्तन का नकारात्मक और सकारात्मक प्रभाव सभी राशियों पर पड़ेगा। ऐसी चार राशियां हैं, जिनके लिए यह गोचर बेहद ही लाभदायक सिद्ध होगा।

मेष राशि

मेष राशि के जातकों के जीवन में शुक्र का यह गोचर सकारात्मकता लाएगा। वाहन और घर खरीदने का सपना पूरा होगा। माता के साथ संबंध अच्छे होंगे। आर्थिक स्थिति मजबूत होगी। सेहत में सुधार देखने को मिलेगा।

वृषभ राशि

वृषभ राशि के जातकों को भी इस दौरान लाभ होने वाला है। कारोबार और करियर को लेकर अच्छी खबर मिलेगी। नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। व्यापारियों को भी मुनाफा होगा।  शिक्षा से क्षेत्र लोगों के लिए भी यह समय अनुकूल रहेगा।

मिथुन राशि

शुक्र का यह गोचर मिथुन राशि के जातकों के जीवन में खुशहाली लगाएगा। घर-परिवार में सुख-शांति का माहौल बना रहेगा। पैतृक संपत्ति में वृद्धि होगी। धन-धान्य में वृद्धि के योग बन रहे हैं।

कन्या राशि 

कन्या राशि के जातकों के लिए भी कर्क राशि में शुक्र का गोचर शुभ रहेगा। विदेश यात्रा के योग बन रहे हैं। नौकरी के नए अवसर मिलेंगे। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे उम्मीदवारों को सफलता मिलेगी। प्रेमियों के लिए भी यह समय शुभ रहेगा। वैवाहिक जीवन खुशहाल रहेगा।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News