Dussehra 2023 : शारदीय नवरात्रि के बाद दशहरा का त्यौहार मनाया जाता है। यह त्यौहार हिंदू धर्म का सबसे बड़ा त्योहार माना जाता है। इस दिन पूजा-पाठ और खरीदारी लोग सबसे ज्यादा करते हैं। कहा जाता है कि दशहरा यानी विजयादशमी के दिन खरीदारी करने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और जातकों की हर मनोकामना पूर्ण करती हैं। इस वजह से सबसे ज्यादा विजयादशमी के दिन लोग गाड़ियां और सोना चांदी की खरीदारी के साथ अन्य चीजों की खरीदारी करते हैं।
इस बार दशहरा पर 2 दुर्लभ योग का निर्माण हो रहा है। खरीदारी के लिए वो योग सबसे ज्यादा शुभ माने जा रहे हैं। ऐसे में शुभ मुहूर्त देख के आप भी इस दिन वाहन, प्रॉपर्टी आदि की खरीदारी कर सकते हैं। आपको काफी ज्यादा लाभ मिलेगा। आज हम आपको इस लेख के द्वारा दशहरा का शुभ मुहूर्त और शुभ योग के बारे में बताने जा रहे हैं तो चलिए जानते हैं –
आपको बता दे, विजयादशमी पर सर्वकार्य सिद्ध करने वाला अबूझ मुहूर्त रहता है। इस बार दशहरा 24 अक्टूबर के दिन मनाया जाने वाला है। इस दिन बेहद शुभ योग का संयोग बन रहा है। वो योग रवि योग और त्रिग्रही योग योग है जो बेहद शुभ है इसमें खरीदारी करना शुभ माना जा रहा है।
Dussehra पर बनने वाले शुभ योग
24 अक्टूबर के दिन रवि योग, त्रिग्रही योग का संयोग बन रहा है।
- रवि योग – सुबह 06.27 से शुरू हो जाएगा जो दोपहर 03.28 तक रहेगा। ये भी शुभ माना जा रहा है। इस योग में खरीदारी करना शुभ साबित होती।
- त्रिग्रही योग – मंगल, सूर्य और बुध तुला राशि में विराजमान होंगे। तीन ग्रहों की युति से इस योग का निर्माण हो रहा है। ये बेहद दुर्लभ है इस वजह से ये जातकों को आर्थिक लाभ देगा।
दशहरा 2023 मुहूर्त
- अश्विन शुक्ल दशमी तिथि 23 अक्टूबर के दिन शाम 5:44 से शुरू हो रही है।
- अश्विन शुक्ल दशमी तिथि 24 अक्टूबर के दिन दोपहर 03.14 समाप्त हो रही है।
दशहरा पूजन और रावण दहन का मुहूर्त
- दशहरा के दिन शस्त्र पूजन दोपहर 1.58 से दोपहर 02.43 के बीच किया जा सकेगा।
- रावण दहन दशहरा के दिन शाम 05.43 के बाद ढाई घंटे तक किया जा सकेगा।
खरीदारी का अबूझ मुहूर्त
दशहरा के दिन लोग सुबह से लेकर रात तक खरीदारी कर सकेंगे। पूरा दिन ही सुबह माना जा रहा है। हालांकि इस मुहूर्त में विवाह और वास्तु पूजा नहीं की जाती है।
डिस्क्लेमर – इस लेख में दी गई सूचनाएं सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। एमपी ब्रेकिंग इनकी पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ की सलाह लें।