Putrada Ekadashi 2025 : सनातन धर्म में एकादशी बेहद महत्वपूर्ण होता है। इसमें पौष का महीना विशेष महत्व रखता है जो कि सूर्य देव को समर्पित होता है। इस खास मौके पर भगवान सूर्य की पूजा अर्चना की जाती है। ऐसी मान्यता है कि भगवान सूर्य देव की पूजा अर्चना करने से शादीशुदा जिंदगी में आने वाले सारी अड़चने दूर हो जाती है। साथ ही करियर में सफलता मिलती है।
एकादशी के दिन भगवान विष्णु की भी विशेष पूजा अर्चना की जाती है। कुछ लोग इस दिन सतनारायण भगवान की कथा सुनते हैं।
शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, एकादशी तिथि की शुरुआत 09 जनवरी को दोपहर 12 बजकर 22 मिनट पर होगी, जिसका समापन 10 जनवरी को सुबह 10 बजकर 19 मिनट पर होगा। उदयातिथि के अनुसार, 10 जनवरी को पुत्रदा एकादशी मनाई जाएगी।
इन चीजों का करें सेवन
सफला एकादशी का व्रत रखने वाले भक्तों को दूध, दही, फल, शरबत, साबूदाना, बादाम, नारियल, शकरकंद, आलू, सेंधा नमक आदि का सेवन करना चाहिए। यह सभी ताजा होने का विशेष ध्यान रखें। पूजा समाप्त करने के बाद आप इन चीजों का सेवन कर सकते हैं। वही, एकादशी का व्रत करने वाले जातकों को एक दिन पहले से ही तामसिक भोजन जैसे मांस, मदिरा, प्याज, लहसुन आदि नहीं खाना चाहिए। साथ ही परिवार के सदस्यों को भी इन चीजों से बचना चाहिए।
महत्व
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस दिन व्रत रखने से पिछले जन्मों के बुरे कर्मों का प्रायश्चित होता है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसलिए, एकादशी का व्रत रखना शुभ माना जाता है। इससे खुशियों का आगमन होता है और जीवन में सफलता के योग बनते हैं।
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