Vastu Tips: सनातन धर्म में वास्तु शास्त्र का विशेष महत्व है। वास्तु शास्त्र से जुड़ी हर बातों का ध्यान रखना बहुत जरूरी माना जाता है। अगर वास्तु शास्त्र के नियमों को पालन न किया जाए तो जीवन में कुछ ना कुछ समस्याएं आती रहती हैं। अक्सर लोग अपने घरों की साज सजावट करने के लिए तरह-तरह की तस्वीर और मूर्तियां रखते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार इन्हें सही दिशा में रखने से जीवन में सुख फलों की प्राप्ति होती है। जीवन के तमाम कष्ट दूर हो जाते हैं। वास्तु शास्त्र में ऐसी कई मूर्तियां बताई गई है जिन्हें घर में रखने से सुख-शांति और समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसी के साथ चलिए जानते हैं, वह कौन-कौन सी मूर्तियां हैं जिनसे सकारात्मक ऊर्जा प्राप्त होती है।
किन-किन मूर्तियों को घर में रखना शुभ माना जाता है
हाथी की मूर्ति
वास्तु शास्त्र के अनुसार हाथी ऐश्वर्या का प्रतीक माना गया है। घर में हाथी की मूर्ति रखने से शुभ फल की प्राप्ति होती है। लेकिन इस बात का ध्यान रखें की हाथी पीतल या चांदी की धातु का हो। चांदी और पीतल का हाथी घर में रखने से सुख-शांति और ऐश्वर्या की प्राप्ति होती है।
कामधेनु गाय की मूर्ति
सनातन धर्म में गाय को पूजा जाता है। गाय को माता का दर्जा दिया गया है। घर में पीतल की कामधेनु गाय की मूर्ति रखने से सकारात्मक ऊर्जा का वास होता है और बुरी शक्तियों का नाश होता है। गाय की मूर्ति घर में रखने से संतान सुख की प्राप्ति होती है। पढ़ाई में कमजोर छात्रों को अपनी पढ़ाई की टेबल पर कामधेनु गाय की मूर्ति रखनी चाहिए। इससे पढ़ाई में अच्छा मन लगता है।
कछुआ की मूर्ति
धार्मिक मान्यताओं के अनुसार कछुआ बहुत शुभ माना जाता है। इसमें भगवान विष्णु का वास होता है। घर में कछुआ की मूर्ति रखने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती है और धन-समृद्धि का आशीर्वाद देती है। घर की ड्राइंग रूम में कछुए की मूर्ति रखना चाहिए और इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि कछुआ का मुंह घर के अंदर की तरफ रहे।
महालक्ष्मी की मूर्ति
घर में धन की देवी मां लक्ष्मी की मूर्ति हमेशा रखनी चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी प्रसन्न होती है और घर में धन का आगमन होता है। माता लक्ष्मी की मूर्ति रखने के लिए उत्तर दिशा काफी शुभ मानी जाती है। यह मूर्ति रखने से व्यक्ति के जीवन से आर्थिक परेशानियां दूर हो जाती है।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)