केएल राहुल चोट से उबरकर एक बार फिर क्रिकेट मैदान पर लौटने के लिए तैयार हैं। इंग्लैंड लायंस के खिलाफ इंडिया ए के साथ दूसरा अनऑफिशियल टेस्ट खेलने के लिए वह टीम में शामिल हो चुके हैं। राहुल की वापसी से प्लेइंग इलेवन में किसी एक खिलाड़ी को जगह छोड़नी पड़ सकती है। सवाल ये है कि कप्तान, ओपनर और मिडिल ऑर्डर की स्थिति को देखते हुए किसका पत्ता कटेगा?
दरअसल पहले अनऑफिशियल टेस्ट की दोनों पारियों में यशस्वी जायसवाल और कप्तान अभिमन्यु ईश्वरन ने बेहतर बल्लेबाजी की है। बता दें कि यशस्वी ने दूसरी पारी में 64 रन बनाए तो वहीं अभिमन्यु ने 68 रनों की अहम पारी खेली। दोनों खिलाड़ी टीम इंडिया की मुख्य टेस्ट टीम का भी हिस्सा हैं, ऐसे में उन्हें दूसरा मैच खेलने का पूरा मौका मिलेगा ताकि इंग्लैंड सीरीज से पहले जरूरी प्रैक्टिस हो जाए। कप्तान होने के नाते अभिमन्यु को बाहर करना लगभग नामुमकिन है और यशस्वी बतौर ओपनर पहले से तय हैं।

केएल राहुल की प्लेइंग XI में एंट्री
दरअसल केएल राहुल को दूसरे अनऑफिशियल टेस्ट में उतारने का मकसद है कि उन्हें इंग्लैंड दौरे से पहले मैच प्रैक्टिस दी जाए। ऐसे में टीम मैनेजमेंट उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह दे सकता है। लेकिन अब सबसे बड़ा सवाल ये है कि उन्हें शामिल करने के लिए बाहर किसे किया जाए? करुण नायर ने पहले मैच में दोहरा शतक जड़ा था और वो मुख्य टीम का भी हिस्सा हैं। वहीं ध्रुव जुरेल और नितीश रेड्डी दोनों ने अर्धशतक लगाए और अपनी उपयोगिता साबित की। ऐसे में राहुल के लिए सबसे सही जगह वही हो सकती है जहां से सबसे कम नुकसान हो और वो नाम है एक मात्र सरफराज खान का नजर आ रहा है।
सरफराज खान के बाहर होने के पीछे की वजह
बता दें कि सरफराज खान ने जरूर पहली पारी में 92 रन बनाए थे, लेकिन चूंकि वह टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं, ऐसे में उन्हें बाहर करना आसान विकल्प लगता है। टीम मैनेजमेंट पहले से ही राहुल को मिडिल ऑर्डर में देख रहा है और उन्हें लंबी पारी की जरूरत भी है। दरअसल सरफराज खान घरेलू क्रिकेट में लगातार रन बना रहे हैं और इंग्लैंड लायंस के खिलाफ भी उन्होंने अपनी पहली ही पारी में 92 रनों की अच्छी पारी खेली। लेकिन उनके लिए सबसे बड़ी चुनौती यही है कि वह टीम इंडिया की मुख्य टेस्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं। अगर केएल राहुल जैसे सीनियर खिलाड़ी को प्लेइंग इलेवन में फिट करना हो, तो गैर-सीरीज खिलाड़ी को ड्रॉप करना मैनेजमेंट की नजर में सही फैसला होगा।