खेल, डेस्क रिपोर्ट। कॉमनवेल्थ गेम्स शुरू होने में बस अब चंद घंटो का समय बचा है। गुरुवार (28 जुलाई) को ओपनिंग सेरेमनी का समापन होने के साथ ही 29 जुलाई से पदकों के लिए जद्दोजेहद शुरू हो जाएगी। इस बार भारत के 205 एथलिट 19 खेलों की 141 स्पर्धाओं में पदक के लिए दावेदारी पेश करने जा रहे है। बेशक भारतीय दल में 6 बार की विश्व चैंपियन मुक्केबाज एम.सी मैरीकॉम और टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा नहीं है और शूटिंग के ना होने से थोड़ी परेशानियां बढ़ गई है लेकिन फिर भी पी.वी सिंधु, लवलीना बोर्गोहेन, निखत जरीन के साथ-साथ अन्य एथलीट पदकों की उम्मीद बनाए हुए है।
हालांकि, इस बीच भारत का प्रदर्शन इंग्लैंड की धरती पर काफी शानदार रहा है। दरअसल, बर्मिंघम से पहले इंग्लैंड के लंदन (1934) और मैनचेस्टर (2022) कॉमनवेल्थ गेम्स का आयोजन कर चुके है। बता दे, एक जगह से भारत ने अपना इन खेलों में पदक का खाता खोला तो वहीं दूसरे से एक अविश्वश्नीय सफर की शुरुआत की।
ये भी पढ़े … मनिका बत्रा से लेकर अंशु मालिक तक, इन खेलों में हो सकती है पदकों की बारिश
1934 में जीता था पहला पदक
कॉमनवेल्थ गेम्स का पहला आयोजन 1930 में कनाडा के शहर हैमिल्टन में हुआ था, लेकिन भारत इसका हिस्सा नहीं था। भारत ने पहली बार लंदन कॉमनवेल्थ गेम्स 1934 में भाग लिया था। हालांकि, इस दौरान उसने मात्र दो ही खेलों ( एथलेटिक्स और कुश्ती) में प्रतिस्पर्धा की थी, लेकिन इनमें से भी पहलवान राशिद अनवर ने 74 किलोग्राम में सिल्वर मेडल लाकर भारत को इतिहास का पहला पदक दिलाया था।
इसके बाद 1970 में ब्रिटेन के स्कॉटलैंड में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में भारत ने पांच स्वर्ण पदक सहित कुल 12 पदक हासिल किए थे। इस दौरान 8 पदक केवल कुश्ती से आए थे।
मैनचेस्टर से शुरू हुई उड़ान
इंग्लैंड के मैनचेस्टर से शुरू हुआ एक सिलसिला भारत के लिए अभी तक चला आ रहा है। इससे पहले भारत का प्रदर्शन इन खेलों में कुछ खास नहीं था लेकिन पहली देश ने मैनचेस्टर कॉमनवेल्थ गेम्स में 30 स्वर्ण पदक सहित कुल 69 पदकों पर अपना कब्जा जमाया था। इसके बाद से भारत ने हमेशा मेडल टेबल में टॉप-5 में समाप्त किया है। हालांकि, भारत का अब तक सबसे उम्दा प्रदर्शन देश की राजधानी नई दिल्ली में आयोजित हुए कॉमनवेल्थ गेम्स में ही था, जहां भारतीय एथलीट्स ने 38 स्वर्ण पदक सहित कुल 101 पदक अपने नाम किए थे।
ये भी पढ़े … भारतीय खिलाड़ियों को नहीं मिल रहा खाना, पी.वी सिंधु में भी दिखे कोरोना के लक्षण
ऐसा रहा भारत का मैनचेस्टर कॉमनवेल्थ गेम्स से सफर –
साल मेजबान शहर स्वर्ण रजत कांस्य कुल फाइनल स्टैंडिंग
2018 गोल्ड कोस्ट, ऑस्ट्रेलिया 26 20 20 66 3rd
2014 ग्लासगो, स्कॉटलैंड 15 30 19 64 5th
2010 नई दिल्ली, भारत 38 27 36 101 2nd
2006 मेलबोर्न, ऑस्ट्रेलिया 22 17 11 50 4th
2002 मैनचेस्टर, इंग्लैंड 30 22 17 69 4th