ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) को उनके राजनैतिक गढ़ में शिकस्त देने वाले गुना संसदीय क्षेत्र के सांसद केपी यादव (KP Yadav) आज ग्वालियर में आयोजित होने वाले किसान सम्मेलन में सिंधिया के साथ मंच साझा करेंगे। ये पहली बार होगा कि दोनों नेता भाजपा के मंच पर एक साथ होंगे। सबकी निगाहें इस बात पर लगी रहेंगी कि मंच साझा करने के बावजूद क्या दोनों की मुलाकात होगी? और मुलाकात होगी तो क्या बातचीत भी होगी?
कृषि कानूनों को लेकर दिल्ली (Delhi) की सीमाओं पर चल रहे किसान आंदोलन (Farmer Protest) के बीच मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) सरकार बिल को लेकर बनी भ्रम की स्थिति को स्पष्ट करने के लिये प्रदेश में किसान सम्मेलनों का आयोजन कर रही है। ग्वालियर चंबल संभाग (Gwalior Chambal Division) का आयोजन आज बुधवार (Wednesday) को दिन में 1 बजे ग्वालियर (Gwalior) में फूलबाग मैदान में आयोजित होगा।
किसान सम्मेलन में केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर (Narendra Singh Tomar), राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) सहित कई मंत्री एवं ग्वालियर चंबल संभाग के बड़े नेता और कार्यकर्ता शामिल होंगे जो कृषि कानूनों 2020 (Farms Bill 2020) को लेकर बनाई जा रही भ्रम की स्थिति को स्पष्ट करेंगे और सरकार का पक्ष रखेंगे।
ग्वालियर में आयोजित किसान सम्मेलन की खासियत ये है कि इसमें राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ गुना संसदीय क्षेत्र के लोकसभा सांसद केपी यादव भी मंच पर होंगे। ये पहला अवसर होगा जब दोनों नेता भाजपा नेता (BJP Leader) के रूप में पहली बार एक मंच पर होंगे। लोगों की निगाहें इन दोनो नेताओं की मुलाकात पर लगी रहेगी। भाजपा और कांग्रेस (Congree) के नेता इस बात पर निगाहें जमायेंगे कि मंच साझा करने के बाद भी क्या इनकी तल्खियाँ कम होंगी ? क्या दोनोँ नेताओं की मुलाकात होगी? क्या दोनों नेताओं के बीच बातचीत होगी?
सिंधिया को हराने के बाद सुर्खियों में आये थे केपी यादव
गौरतलब है कि 2018 में ज्योतिरादित्य सिंधिया को हराकर सुर्खियों में आये केपी यादव कभी सिंधिया के ही कार्यकर्ता थे लेकिन विधानसभा चुनाव (Assembly elections) में वे भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़े और उन्होंने सिंधिया जैसे दिग्गज नेता को उनकी अजेय विरासत में ही हरा दिया। इस जीत के प्रदेश ही देश विदेश में भी सुर्खियों में आ गए थे। उधर चुनाव हारने के बाद सिंधिया के राजनैतिक भविष्य को लेकर सवाल खड़े होने लगे। 2018 के बाद सिंधिया और केपी यादव की मुलाकात नहीं हुई उल्टे तल्खियाँ बढ़ गई। बाद में सिंधिया ने कांग्रेस की सरकार गिरा दी और भाजपा में आ गए। अब केपी यादव और सिंधिया भाजपा नेता हैं। अब देखना ये होगा कि आज किसान सम्मेलन में मंच साझा करने के दौरान इनके बीच की दूरियाँ कम होती हैं कि नहीं।
यादव ने अपने पोस्टर में नहीं दी सिंधिया को जगह
सांसद केपी यादव ने अपने फेसबुक और अन्य सोशल मीडिया एकाउंट पर खुद किसान सम्मेलन में शामिल होने की जानकारी दी है। यादव ने अपने पोस्टर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan), प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा (VD Sharma) को जगह दी है लेकिन सांसद यादव के पोस्टर (Poster) से सिंधिया का फोटो गायब है इसे लेकर भी सियासी गलियारों म्वान चर्चा हो रही है।
About Author
Pooja Khodani
खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते।
"कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ।
खबरों के छपने का आधार भी हूँ।।
मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ।
इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।।
दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ।
झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।"
(पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)