ग्वालियर, अतुल सक्सेना। ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी (SP Amit Sanghi) ने अवैध वसूली (Illegal Recovery) करते पुलिसकर्मियों (Policemen) के वीडियो वायरल (Video Viral) होने के बाद सख्त एक्शन लिया है। एसपी ने तीनों पुलिसकर्मियों को निलंबित (Suspend) कर दिया है। निलंबित तीनों पुलिसकर्मी आरक्षक हैं जिनमें से दो आरक्षकों का वीडियो जुए के अड्डे पर पैसे लेते वायरल हुआ था और एक आरक्षक का वीडियो डम्पर से वसूली करते हुए वायरल हुआ था।
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chauhan) के सख्त निर्देशों और ग्वालियर पुलिस अधीक्षक अमित सांघी (SP Amit Sanghi) की सख्ती के बाद भी ग्वालियर जिले में पुलिसकर्मी अवैध वसूली करने से भय नहीं खाते। अवैध वसूली के दो वीडियो मंगलवार को सोशल मीडिया (Social Media) पर वायरल हुए जिनमें दो अलग अलग थाना क्षेत्रों में पुलिसकर्मी अवैध वसूली करते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो वायरल होने के बाद आरक्षकों की पहचान होने पर एसपी अमित सांघी ने तीनों आरक्षकों को निलंबित कर दिया।
एक वीडियो ग्वालियर शहर के ग्वालियर थाना क्षेत्र का है जिसमें थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले में जुए के अड्डे से आरक्षक मोटरसाइकिल पर बैठे दिख रहे हैं और वो गाड़ी पर बैठे बैठे ही कुछ लोगों से कुछ लेते दिखाई दे रहे हैं जो संभवतः रुपये हैं। वायरल वीडियो एसपी के पास भी पहुंचा उन्होंने थाना प्रभारी को जाँच के लिए के लिए निर्देशित किया। थाना प्रभारी ने जो जाँच प्रतिवेदन बनाकर एसपी को भेजा उन्होंने भी जुआ चलने और आरक्षकों की मौजूदगी को सही माना। वीडियो में अवैध वसूली करते आरक्षकों की पहचान गवेंद्र सिंह तोमर और सुभाष गर्ग के रूप में हुई। एसपी ने थाना प्रभारी के प्रतिवेदन के आधार पर दोनों आरक्षकों के कृत्य को पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला और सेवा शर्तों का उल्लंघन करने वाला माना। एसपी ने दोनों आरक्षकों को निलंबित कर दिया और लाइन अटैच कर दिया।
एक अन्य वायरल वीडियो ग्वालियर के देहात क्षत्र के थाने आंतरी का है जिसमें थाने में पदस्थ आरक्षक रविप्रकाश गुर्जर एक डम्पर चालक से अवैध वसूली करते दिखाई दे रहा है। वीडियो सिकरौदा हाइवे का दिखाई दे रहा है। एसपी ने वीडियो वायरल होने के बाद थाना प्रभारी को जाँच के निर्देश दिए। थाना प्रभारी ने जाँच प्रतिवदेन में बताया कि आरक्षक रविप्रकाश गुर्जर डम्पर को रोककर अवैध वसूली करते दिखाई दे रहा है। एसपी ने आरक्षक के आचरण को पुलिस सेवा शर्तों के विपरीत और पुलिस की छवि को धूमिल करने वाला माना। एसपी ने आरक्षक रविप्रकाश गुर्जर को निलंबित कर पुलिस लाइन अटैच कर दिया।
पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ....
पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....