भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पिछले चार दिन से देश और प्रदेश के प्रशासनिक व राजनीतिक गलियारों में हलचल व सुर्खियां बटोर रहे आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ पर राज्य सरकार कार्रवाई कर सकती है। प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने कहा है कि जांगिड़ का ट्रैक रिकॉर्ड ही खराब है।
54 माह में 8 तबादलों की मार झेल चुके आईएएस लोकेश कुमार जांगिड़ चार दिन पहले उस समय सुर्खियों में आए थे जब उनकी आईएएस एसोसिएशन के सिग्नल ग्रुप में हुई चैट वायरल हो गई थी। इस चैट में जांगिड़ ने बड़वानी के कलेक्टर शिवराज वर्मा के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगाए थे और यह भी कहा था कि मुख्यमंत्री के कान भर के उन्होंने (कलेक्टर ने) जांगिड़ को एडिशनल कलेक्टर बड़वानी के पद से हटवा दिया। उन्होंने एक और आईएएस नरेश पाल को भी कमजोर कलेक्टर करार दिया था जिस पर एसोसिएशन के अध्यक्ष आईपीसी केसरी ने जांगिड़ को यह सारे मैसेज डिलीट करने की हिदायत दी थी। जांगिड़ ने इससे जब इनकार किया तो उन्हें ग्रुप से ही डिलीट कर दिया गया।
शुक्रवार को इस मामले में नया मोड़ आया जब जांगिड़ ने प्रदेश के डीजीपी को ईमेल भेजकर अपनी सुरक्षा की मांग की। उन्होंने लिखा कि उनके सिग्नल फोन पर एक एक कॉल आया था जिसमें उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई और यह भी कहा गया कि प्रदेश छोड़कर चले जाओ वरना तुम्हारा और तुम्हारे बेटे का हश्र बुरा होगा। इतना ही नहीं जांगिड़ ने तो यहां तक कह दिया था कि प्रदेश में जो हश्र व्यापम के व्हिसिल ब्लोअर का हुआ, मैं नहीं चाहता कि मेरे साथ ऐसा हो और इसीलिए मुझे पर्याप्त सुरक्षा दी जाए। जांगिड़ की इस तरह की बयानबाजी पर प्रदेश के चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने आपत्ति जताई है। उनका कहना है कि यह सारे बातें करने के लिए एक फोरम था लेकिन उस मर्यादा का पालन न करते हुए जांगिड़ ने अनर्गल आरोप लगाए हैं। सारंग ने यह भी कहा कि जांगिड़ का ट्रैक रिकॉर्ड खराब है। वे जहां भी रहते हैं अपने वरिष्ठ अधिकारियों से लड़ते ही रहते हैं। जांगिड़ को सरकार अभी एक कारण बताओ नोटिस जारी कर चुकी है लेकिन अब इस बात की प्रबल संभावना है कि ताजा घटनाक्रम के बाद सरकार उनके खिलाफ कोई सख्त एक्शन भी ले सकती है। आईएएस एसोसिएशन पहले ही इस पूरे मामले से पल्ला झाड़ चुकी है और जांगिड़ को तमाम हिदायतें भी दे चुकी है।
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श्रुति कुशवाहा
2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।