इंदौर, आकाश धोलपुरे। पीएम मोदी (PM Modi) के जन्मदिन पर इंदौर (IndoIndore) में जो तस्वीर सामने आई है उस पर राजनीति शुरू हो गई है। दरअसल इंदौर पुलिस के रवैये को लेकर कुछ दिनों पहले मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान भी खफा होकर फटकार लगाने को मजबूर हो गए थे। इसके बाद से अलर्ट मोड पर आई पुलिस का रवैया ये बताने के लिए काफी है कि कही न कही सिस्टम में लापरवाही बरती जा रही है।
वहीं शुक्रवार को पीएम मोदी के जन्मदिन के अवसर पर गांधी हाल में लगाई गई पेंटिंग एग्जीबिशन के शुभारंभ अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में जो कुछ हुआ उससे इंदौर पुलिस की किरकिरी हो रही है। दरअसल, कार्यक्रम स्थल पर खाकी धारण किये हुए एक पुलिसकर्मी ने बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव की चरण वंदना कर डाली। जब ये वीडियो बाहर आया तो खुद पुलिस के आला अधिकारी हैरत में पड़ गए। हालांकि कहा ये भी जा रहा है कि खुद कैलाश विजयवर्गीय को ये उम्मीद नही थी कि पुलिसकर्मी अचानक उनके पैर छूने आएगा लिहाजा, ये सबकुछ जब हुआ तो वो खुद भी हैरत में पड़ गए और उन्होंने पुलिसकर्मी को इशारों से दूर भी कर दिया।
इधर, इस मामले पर अब कांग्रेस ने बवाल मचाकर इंदौर पुलिस पर सवाल उठाना शुरू कर दिए है। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी के प्रदेश सचिव राकेश सिंह यादव ने पुलिस के रवैये को शर्मनाक बताया और चरण वंदना पर जमकर सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि इन्दौर अपराधियों की राजधानी बनकर देश में अपराध जगत में छठे नम्बर पर सुशोभित हैं और इन्दौर पुलिस भाजपा नेताओं की चरणवंदना करके रोज़ी-रोटी चला रही हैं। उन्होंने पुलिस का बायोडाटा बताते हुए कहा कि मंत्रियों की सिफ़ारिश पर अनेक पदों पर कायम पुलिस अफसर कागज के शेर है और दुर्दांत अपराधियों को देखते ही वो ढेर हो जाते हैं।
इतना ही नही उन्होंने ये सवाल भी उठाया कि अपराधियों को पकड़ने की बात तो बहुत दूर की हैं इन्दौर पुलिस अपराधियों के इलाको के आस-पास भी नहीं फटकती हैं। यादव ने आरोप लगाया कि इन्दौर पुलिस के पास महज कुछ काम है ज़मीन घोटाला, एडवाइज़री, मसाज पार्लर पर कार्रवाई, वाहनों के चालान और डकैती की योजना बनाते हुए अपराधियों को गिरफ़्तार करना और भाजपा नेताओं की चरणवंदना करना। वहीं कांग्रेस के प्रदेश सचिव ने मांग की है मुख्यमंत्री को इन्दौर में पुलिस थानों का नाम बदलकर पुलिस व्यापार केंद्र रख देना चाहिए क्योंकि इन्दौर को अपराध और अपराधियों की राजधानी बनाकर देश में बदनाम करने के लिए ज़िम्मेदार इन्दौर पुलिस के कागजी अफसर हैं।
फिलहाल, इंदौर पुलिस की चरण वंदना का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है और खाकी के कारनामे पर आम जनता भी माथा पीटने पर मजबूर है।