इंदौर।
मध्यप्रदेश की आर्थिक राजधानी कहे जाने इंदौर शहर में इस बार 110 कर्मचारी ऐसे हैं जो निर्वाचन का काम तो कराएंगे लेकिन खुद अपने मताधिकार का प्रयोग नहीं कर सकेंगे। बता दें की इंदौर के देवी अहिल्या विश्वविद्यालय के कई कर्मचारियों की ड्यूटी तो निर्वाचन के लिए लगाई गई, लेकिन ये कर्मचारी निर्वाचन कार्यालय से इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट प्राप्त नहीं कर सके।
दरसल इन कर्मचारियों की ड्यूटी 15 मई को चुनाव में लगाई जबकि निर्वाचन में ड्यूटी देने वाले कर्मचारियों ले लिए इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट वितरित किए जा चुके थे। आपको बता दें कि चुनाव में ड्यूटी करने वाले अधिकारी कर्मचारी बिना इलेक्शन ड्यूटी सर्टिफिकेट के वोट नहीं कर सकते।
चुनाव आयोग ने वैसे तो आम वोटर्स को वोट करने हेतु जागरूक करने के लिए अनेक जतन किए लेकिन खुद अपने कर्मचारियों का ख्याल नहीं आयोग को नहीं रहा।