देश के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक ने किया FD के ब्याज दरों में बदलाव, जानें ग्राहकों को अब मिलेगा कितना रिटर्न

एचडीएफसी बैंक ने फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दरों में बदलाव किया है। 2 साल के टेन्योर पर बैंक 7% से अधिक इंटरेस्ट ऑफर कर रहा है। आइए जानें कितने दिन के एफडी पर कितना रिटर्न मिल रहा है?

Manisha Kumari Pandey
Published on -
bank fd

Bank FD Rates: एचडीएफसी बैंक संपत्ति के हिसाब से भारत का सबसे बड़ा प्राइवेट बैंक और मूल्यवान ऋणदाता है। देश भर में इसके 8 हजार से अधिक ब्रांच और 20,688 एटीएम हैं। आरबीआई एमपीसी बैठक के बाद इस प्राइवेट बैंक ने 2 करोड़ रुपये से कम के फिक्स्ड डिपॉजिट के ब्याज दरों में संशोधन कर दिया है। नई दरें प्रभावी भी हो चुकी हैं।

कितना मिल रहा ब्याज?

बैंक 7 दिन से 10 वर्ष के एफडी पर 3% से लेकर 7.25% ब्याज सामान्य नागरिकों को ऑफर कर रहा है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए दरें 0.50% अधिक हैं। मतलब सीनियर सिटीजन को 3.5% से लेकर 7.75% तक ब्याज मिल रहा है। सबसे ज्यादा इंटरेस्ट 18 महीने से अधिक और 21 महीने से कम के डिपॉजिट पर मिल रहा है, सामान्य नागरिकों के लिए दरें 7.25% और वरिष्ठ नागरिकों के लिए 7.75% हैं।

इतने दिन के टेन्योर पर मिल रहा 7% रिटर्न

5 साल 1 दिन से लेकर 10 साल के एफडी, 4 साल 7 महीने 1 दिन से लेकर 5 साल के एफडी, 3 साल 1 दिन से लेकर 4 साल 4 महीने के एफडी, 21 महीने से लेकर 2 साल के फिक्स्ड डिपॉजिट और 2 साल 11 महीने 1 दिन से लेकर 3 साल के डिपॉजिट पर 7% ब्याज सामान्य नागरिकों को मिल रहा है।

इतने दिन के डिपॉजिट पर मिल रहा 7% से अधिक इंटरेस्ट

4 साल 7 महीने से लेकर 55 महीने के एफडी पर 7.20%, 2 साल 11 महीने से लेकर 35 महीने के डिपॉजिट पर 7.15% और 15 महीने से 18 महीने के Fixed Deposit पर 7.10% ब्याज मिल रहा है।

9 महीने से कम के टेन्योर पर 6% से कम ब्याज

1 साल के 15 महीने के एफडी पर 6.60% और 9 महीने 1 दिन से लेकर 1 साल के अवधि पर 6% ब्याज बैंक ऑफर कर रहा है। 9 महीने से कम के एफडी पर 6% से कम ब्याज मिल रहा।

bank fd rates


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News