नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI ) के रेपो रेट में वृद्धि जून तक हो सकती है। रायटर सर्वे के डाटा के मुताबिक जून तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया अपने रेपो रेट में वृद्धि कर सकता है। यदि ऐसा होता है तो 2018 के बाद यह पहली बार होगा जब रेपो रेट में बदलाव होंगे। हाल में आए डेटा के मुताबिक खुदरा महंगाई की दर में इजाफा हुआ था, और अपने लिमिट को तोड़ते हुए महंगाई 7% तक बढ़ चुकी थी, जो केंद्रीय बैंक के टारगेट से ज्यादा था। सूत्रों के मुताबिक यूक्रेन और रूस के बीच हो रहे युद्ध के कारण महंगाई दर में इतने बदलाव हुए।
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खुदरा महंगाई में इजाफा होने के कारण आरबीआई पर भी कुछ ठोस कदम उठाने का ज्यादा दबाव है, इसी कारण आरबीआई अपने रेपो रेट को बढ़ाने का फैसला ले सकती है। पोल की माने तो जून तक रेपो रेट में वृद्धि बढ़ोतरी हो सकती है। रायटर के एक सर्वे के मुताबिक 46 इकोनॉमिस्ट में से 43 का यह मानना है कि 2018 के बाद पहली बार आरबीआई जून में अपने रेपो रेट में बढ़ोतरी करने वाला है। अंदाजा लगाया जा रहा है की 25 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी हो सकती। इसी के साथ भविष्य में आने वाली तिमाहियों के रेट में कई अनुमान लगाए जा रहे हैं, सूत्रों की मानें तो 2022 के आखिरी में रेपो रेट में 4.75% की बढ़ोतरी और 2023 के आखिरी में 5.25% की बढ़ोतरी देखी जा सकती है। हालांकि इससे पहले रेपो रेट बढ़ने की भविष्यवाणी अगस्त के लिए की गई थी। रेपो रेट में वृद्धि से जून तक बैंक लोन बढ़ने की संभावनाएं भी बहुत ज्यादा बढ़ चुकी है।