Saving Scheme: बेटियों के लिए 4 खास प्लान, निवेश से बनेगा लाखों का फंड, खत्म होगी पढ़ाई-शादी की टेंशन

Manisha Kumari Pandey
Published on -

Money Saving Scheme: सभी माता-पिता अपनी बेटियों को पालन -पोषण राजकुमारी की तरह करना चाहते हैं। उनके भविष्य को सुरक्षित करने की इच्छा रखते हैं। जिसके लिए पहले से प्लानिंग करना जरूरी होता है। ताकि उच्च शिक्षा और शादी में कोई बाधा न आए। इस मकसद को पूरा करने में कुछ योजनाएं आपकी मदद कर सकते हैं। इन प्लांस में निवेश करके मोटा फंड बनाया जा सकता है। अभिभावक अपने वित्तीय स्थिति के अनुसार लॉंग टर्म या शॉर्ट स्कीम में से किसी में निवेश कर सकते हैं।

सुकन्या समृद्धि योजना

यह भारत सरकार की खास योजनाओं में से एक है। जिसे “बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ” अभियान के तहत वर्ष 2015 में शुरू किया गया था। स्कीम के तहत वर्तमान में 7.6 फीसदी ब्याज मिल रहा है। इसमें 1000 रुपये से लेकर 1.5 लाख रुपये तक निवेश किया जा सकता है। एक परिवार केवल दो अकाउंट ही खुलवा सकता है। 10 वर्ष से कम उम्र की बेटियों को ही इसका लाभ मिल सकता है। इसपर टैक्स भी नहीं लगता।

पब्लिक प्रोविडेंट फंड

यह भी केंद्र सरकार की स्पेशल स्कीम है, जिसमें आकर्षक ब्याज मिलता हो। अभिभावक अपने बेटियों के नाम पर भी खाता खुलवा सकते हैं। इसमें टैक्स छूट की सुविधा उपलब्ध होती है। 100 रुपये से खाता खुलवाया जा सकता है। निवेश की अधिकतम सीमा 1.5 लाख रुपये है। यदि कोई सलाना करीब 60 हजार रुपये का निवेश करता है तो 15 वर्षों के बाद 9 लाख रुपये का रिटर्न मिलता है।

चिल्ड्रन गिफ्ट म्यूचुअल फंड

इस Mutual Fund स्कीम इक्विटी और डेप्थ दोनों का कॉम्बिनेशन होता है। इस योजना का लॉक इन पीरीयड 18 वर्ष होता है। इसके तहत मैच्योरिटी तक लाखों का फंड बनाया जा सकता है।

सिस्टमैटिक इनवेस्टमेंट प्लान

इसमें 500 रुपये से निवेश शुरू किया जा सकता है। गर्ल चाइल्ड के भविष्य को सुरक्षित बनाने में SIP  विकल्प बन सकता है। इसमें रेगुलर एक निश्चित राशि का निवेश करना होता है। हर साल निवेश को बढ़ाने की सुविधा भी मिलती है। यह बेटियों की छोटी और बड़ी जरूरत को पूरा करने में आपकी मदद कर सकता है।

(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य सामान्य जानकारी साझा करना है। MP Breaking News किसी भी स्कीम में निवेश की सलाह नहीं देता।)


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News