Pension Plan: रिटायरमेंट के बाद जरूरतों को पूरा करने के लिए पेंशन कि जरूरत पड़ती है। एक उम्र के बाद व्यक्ति नौकरी नहीं कर पाता। बुढ़ापे में परिवार के साथ समय व्यतीत करने का अवसर प्राप्त होता है। लेकिन यदि नियमित आय न हो तो जीवन के अंतिम पल भी मुश्किलों से भरें बन जाते हैं। सरकार भी वरिष्ठ नागरिकों को आत्मनिर्भर बनाने के लिए ढेरों योजनाएं चला रही है। जिसमें निवेश कर रिटायरमेंट के बाद वाले फेज को खुशनुमा और टेंशन फ्री बना सकते हैं। पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF) भी बेहतरीन पेंशन प्लान के रूप में काम आ सकता है।
स्कीम के बारे में
पीपीएफ एक बचत योजना है, जिसका संचालन सरकार द्वारा होता है। डाकघर के किसी भी ब्रांच में जाकर इसका लाभ उठाया जा सकता है। इसपर शानदार ब्याज भी मिलता है। स्कीम 15 वर्षों में मैच्योर होती है। इसे आगे भी बढ़ाया जा सकता है। सेक्शन 80सी के तहत 1.5 लाख रुपये तक कि टैक्स छूट कि सुविधा मिलती है। 18 वर्ष से अधिक आयु का कोई भी भारतीय नागरिक योजना में निवेश कर सकता है और बाद में सलाना पेंशन का लाभ उठा सकता है। इस स्कीम के तहत मंथली नहीं सलाना पेंशन मिलती है। निवेश कि न्यूनतम राशि 500 रुपये और अधिकम 1.5 लाख रुपये होती है। वर्तमान में योजना पर 7.1 फीसदी ब्याज मिल रहा है। ब्याज दरों में हर तीन महीने पर संशोधन होता है। पति-पत्नी दोनों मिलकर अकाउंट खुलवा सकते हैं।
कैसे उठा सकते हैं पेंशन का लाभ?
यदि कोई व्यक्ति योगदान के बिना पीपीएफ को एक्सटैंड करवाता है तो आसानी से पेंशन का लाभ उठा सकता है। आप एकमुश्त या किस्त में मैच्योरिटी के बाद राशि प्राप्त कर सकते हैं। जिसमें ब्याज दर भी जुड़ा रहता है। यदि कोई व्यक्ति 30 साल कि उम्र में 1 लाख रुपये का निवेश करते हैं तो 60 वर्ष के उम्र में करीब 1 करोड़ का फंड बना सकता है। हर साल पैसे निकालने के लिए नवेशकों को फॉर्म C भरना होता है। पेंशन कि राशि निवेश पर निर्भर करती है।
(Disclaimer: इस आलेख का उद्देश्य केवल समान्य जानकारी साझा करना है। MP Breaking News किसी भी स्कीम में निवेश कि सलाह नहीं देता।। विशेषज्ञों कि सलाह जरूर लें।)