RBI ने फिर दिया ग्राहकों को झटका, लगाया इन 3 बैंकों पर प्रतिबंध, जानें जमा राशि से जुड़े नए नियम

Manisha Kumari Pandey
Published on -

नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) ने एक बार फिर ग्राहकों को झटका देते हुए तीन और बैंकों पर प्रतिबंध लगा दिया है। आरबीआई के इस फ़ैसलें ने ग्राहकों की मुश्किलें बढ़ा दी है। हाल ही में सेंट्रल बैंक ने सख्त कदम उठाते हुए 2 बैंकों पर प्रतिबंध लगाया था और अब इस लिस्ट में 3 और बैंक जुड़ चुके हैं। रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई ने यह कदम तीनों सहकारी बैंकों की बुरी वित्तीय को देखते हुए उठाया है। आरबीआई द्वारा बैंकों को बैन करने के बाद जमा राशि और राशि की निकासी को लेकर भी कई बदलाव हुए हैं।

यह भी पढ़े… MP में पेट्रोल-डीजल के दाम में हुआ बदलाव, आज इन शहरों में पेट्रोल हुआ महंगा, जानें ईंधन के नए रेट

जयप्रकाश नारायण नगरी सहकारी बैंक, द करमाला अर्बन को-ऑपेरेटिव बैंक (सोलापुर) और दुर्गा को-ऑपरेटिव बैंक पर कई सख्त प्रतिबंध लगा दिए हैं। आरबीआई के इस फैसले के इन सहकारी बैंकों के ग्राहक 10,000 रुपये से अधिक की राशि नहीं निकाल पाएंगे। वहीं जयप्रकाश नारायण नगरी सहकारी बैंक के खाताधारक अपनी जमा राशि नहीं निकाल पाएंगे। द करमाला अर्बन को-ऑपेरेटिव बैंक के ग्राहकों की जमा राशि निकालने की सीमा केवल 10,000 रुपये हैं।

यह भी पढ़े… MP Government Job 2022: युवाओं के लिए सुनहरा मौका, 2500 से ज्यादा अलग अलग पदों पर निकली भर्ती, जानें आयु-पात्रता

वहीं दुर्गा को-ऑपरेटिव बैंक, विजयवाड़ा के ग्राहक केवल 1.5 लाख से अधिक की राशि नहीं निकाल पाएंगे। बैंकों पर यह प्रतिबंध 6 महीने तक रहेगा। साथ ही बैंक बिना आरबीआई की सलाह के कई काम नहीं कर पाएंगे। इन 6 महीनों के दौरान ये बैन ना ही ग्राहकों को लोन दे पाएंगे। इसके अलावा बैंक किसी भी प्रकार के निवेश और जमा को भी स्वीकार नहीं कर पाएंगे।


About Author
Manisha Kumari Pandey

Manisha Kumari Pandey

पत्रकारिता जनकल्याण का माध्यम है। एक पत्रकार का काम नई जानकारी को उजागर करना और उस जानकारी को एक संदर्भ में रखना है। ताकि उस जानकारी का इस्तेमाल मानव की स्थिति को सुधारने में हो सकें। देश और दुनिया धीरे–धीरे बदल रही है। आधुनिक जनसंपर्क का विस्तार भी हो रहा है। लेकिन एक पत्रकार का किरदार वैसा ही जैसे आजादी के पहले था। समाज के मुद्दों को समाज तक पहुंचाना। स्वयं के लाभ को न देख सेवा को प्राथमिकता देना यही पत्रकारिता है।अच्छी पत्रकारिता बेहतर दुनिया बनाने की क्षमता रखती है। इसलिए भारतीय संविधान में पत्रकारिता को चौथा स्तंभ बताया गया है। हेनरी ल्यूस ने कहा है, " प्रकाशन एक व्यवसाय है, लेकिन पत्रकारिता कभी व्यवसाय नहीं थी और आज भी नहीं है और न ही यह कोई पेशा है।" पत्रकारिता समाजसेवा है और मुझे गर्व है कि "मैं एक पत्रकार हूं।"

Other Latest News