Retail Inflation: स्टैटिक्स एंड प्रोग्राम इंप्लिमेंटेशन (MoSPI) ने आज यानि 12 जुलाई को खुदरा महंगाई के नए आँकड़े जारी कर दिए हैं। खुदरा महंगाई दर तीन महीने के उच्चतम स्तर पर पहुँच चुकी है। लगातार चार महीने गिरावट के बाद जून में खुदरा मुद्रास्फीति में वृद्धि हुई है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक इसका मुख्य कारण खाने-पीने की चीजों के दाम बढ़ना है।
मई महीने में खुदरा महंगाई दर 4.25% थी, जो जून में बढ़कर 4.81% तक पहुँच चुकी है। इस हिसाब से पिछले महीने खुदरा मुद्रास्फीति में 0.56 फीसदी का इजाफा हुआ है। हालांकि इन्फ्लेशन रेट अभी भी रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने कंट्रोल में है। आरबीआई का टॉलरेन्स बैंड 2% से लेकर 6% तक है। लेकिन अनुमान से ज्यादा है, जो 4.60% था। इससे पहले मार्च 2023 में खुदरा महंगाई दर 5.66 फीसदी था।
सब्जियों के महंगाई दर में -8.18 फीसदी से बढ़कर 0.93 फीसदी तक पहुँच चुकी है। खाद्य महंगाई दर 4.49 फीसदी है, जो पहलर 2.96 फीसदी था। ग्रामीण महंगाई दर 4.23 फीसदी से बढ़कर 4.72 फीसदी हो चुकी है। वहीं शहरी महंगाई दर 4.33 फीसदी से बढ़कर 4.96 फीसदी तक जा चुकी है। अनाज की महंगाई दर 12.65% से बढ़कर 12.71% हो गई है। फ्यूल सेगमेंट के लिए इंफ्लेशन रेट 3.92% है।