UGC की नई तैयारी, 4 वर्षीय स्नातक प्रोग्राम के लिए क्रेडिट फ्रेमवर्क जारी, PhD प्रवेश की मिलेगी पात्रता, जानें नियम और प्रावधान

Kashish Trivedi
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UGC UG Program Credit Framework : स्नातक और पीएचडी के छात्रों के लिए महत्वपूर्ण सूचना है। दरअसल यूजीसी द्वारा यूजी 2023 प्रोग्राम के लिए 12 दिसंबर को क्रेडिट फ्रेमवर्क जारी किया गया है। ग्रेजुएशन और पीजी के लिए करिकुलम और क्रेडिट फ्रेमवर्क बुक जारी करते हुए इसमें 10 नवीन बदलाव पर भी बड़ी अपडेट दी गई है। जो छात्रों के लिए जानना बेहद आवश्यक है। वही छात्रों को स्थानीय उद्योग में इंटर्नशिप का अवसर प्रदान किया जाएगा। इसके अलावा भी कई नवीन बदलाव देखने को मिलेंगे।

यूजीसी द्वारा अंतर्गत प्रोग्राम के लिए कोई ट्रेन को घोषित कर दिया गया है। नए एजुकेशन पॉलिसी के तहत तैयार किए गए इस करिकुलम और क्रेडिट फ्रेमवर्क में छात्रों को इनोवेटिव उच्च शिक्षा प्रणाली का लाभ दिया जाएगा। यूजीसी ने अपने नए मसौदे में कहा कि छात्र 3 साल की बजाए 4 साल का पाठ्यक्रम पूरा करने के बाद ही ऑनर्स की डिग्री प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा छात्र पढ़ाई छोड़ने के बाद फ्री एंट्री का विकल्प भी चुन सकेंगे। हालांकि इसके लिए समय सीमा निर्धारित की गई है।

प्रमाण पत्र उपलब्ध अवधि

  • नवीन मसौदे के तहत 1 वर्ष और 2 सेमेस्टर पूरा करने के बाद छात्रों को यूजी प्रमाण पत्र उपलब्ध कराया जाएगा।
  • 2 साल बाद यूजी डिप्लोमा का प्रमाण पत्र दिया जाएगा।
  • 3 सालों से समय से पूरा करने के बाद छात्रों को स्नातक की डिग्री प्राप्त कराई जाएगी
  • जबकि 4 साल बाद स्नातक ऑनर्स की डिग्री छात्रों को उपलब्ध कराई जाएगी। हालांकि चौथा वर्ष मुख्य रूप से छात्रों के लिए शोध आधारित शिक्षा का वर्ष होगा।
  • यूजी प्रोग्राम के तहत छात्रों को स्थानीय उद्योग के साथ इंटर्नशिप का अवसर प्रदान किया जाएगा। वहीं समर टर्म के दौरान छात्रों को 4 क्रेडिट वर्ग आधारित लर्निंग इंटर्नशिप्स भी उपलब्ध कराए जाएंगे।
  • 7 साल की निर्धारित अवधि में पूरा करना होगा स्नातक

नई व्यवस्था से छात्रों को विदेशी संस्थानों में दाखिले और बाहर जाकर रोजगार करने के लिए ज्यादा सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी। यदि कोई छात्र 3 साल से पढ़ाई छोड़ देता है तो उसे बाहर निकलने के 3 साल के भीतर फिर से शामिल होने की अनुमति दी जाएगी। हालांकि छात्रों को अपने ग्रेजुएशन को 7 साल की निर्धारित अवधि के बीच पूरा करना अनिवार्य होगा।

यह होंगे नियम

  • नए फ्रेमवर्क में 3 सेमेस्टर सभी छात्रों को कॉमन और इंट्रोडक्टरी कोर्स अनिवार्य रूप से पढ़ाए जाएंगे।
  • जिसमें साइंस, थिएटर, डांस, आर्ट, म्यूजिक, साहित्य आदि विषयों को शामिल किया जाएगा। कॉमन कोर्स में 24 क्रेडिट और इंट्रोडक्टरी में 18 क्रेडिट शामिल होंगे।
  • चौथे पांचवें और छठे सेमेस्टर में छात्रों को एक मुख्य विषय का चुनाव करना होगा और दो माइनर सब्जेक्ट का चुनाव करना होगा।
  • माइनर सब्जेक्ट में एक अनिवार्य वोकेशनल कोर्स भी शामिल किया जाएगा। सभी मुख्य विषय 48 क्रेडिट और माइनर विषय 16 क्रेडिट के होंगे।
  • 4 साल में यूजी डिग्री प्रोग्राम पास करने वाले छात्रों को सीधे पीएचडी की पात्रता मिलेगी।

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