कर्मचारियों पेंशनरों के लिए खुशखबरी, जल्द बढ़ेगा 4 फीसदी महंगाई भत्ता, एरियर का भी होगा भुगतान, जानें DA Hike पर अपडेट

मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सातवें वेतनमान का लाभ ले रहे कर्मचारियों पेंशनरों का चार प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने का ऐलान किया था।इसके बाद कर्मचारियों का डीए 42 फीसदी से बढ़कर 46 फीसदी हो गया था।

Pooja Khodani
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CG DA Hike 2024 :  छत्तीसगढ़ के सरकारी कर्मचारियों पेंशनरों के लिए खुशखबरी है। महंगाई भत्ता वृद्धि पर ताजा अपडेट आया है। चर्चा है कि वित्त मंत्री ओपी चौधरी के आश्वासन के बाद विष्णुसाय सरकार द्वारा 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस के मौके पर देय तिथि से लंबित 4% महंगाई भत्ता को लेकर कोई बड़ा ऐलान किया जा सकता है।हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है।

वित्त मंत्री ने दिया है आश्वासन

  • दरअसल, बीते दिनों छत्तीसगढ़ कर्मचारी अधिकारी संयुक्त मोर्चा के प्रतिनिधि मंडल ने वित्त मंत्री ओपी चौधरी से मुलाकात की थी और लंबित 4% डीए और चुनावी घोषणापत्र में दिए गए “मोदी की गारंटी” के बारे में चर्चा की थी। इस दौरान वित्त मंत्री ने प्रतिनिधिमंडल को आश्वस्त किया कि जल्द ही देय तिथि से लंबित 4% महंगाई भत्ता देने का आदेश जारी किया जाएगा।
  • प्रतिनिधिमंडल ने पूर्ववर्ती सरकार के दौरान बकाया डीए के एरियर्स, एलबी संवर्ग सहायक शिक्षकों की वेतन विसंगति सहित विभिन्न विभागों के कर्मचारियों के संदर्भ में भाजपा के घोषणा पत्र में किए गए वादों को पूरा करने की मांग की. इस पर वित्त मंत्री ने कहा कि चुनाव में दिए गए मोदी की गारंटी को पूरा करने के लिए सरकार को कुछ समय दीजिए,भाजपा ने जो भी वादा किया है, उसे पूरा करेंगे।

मार्च में बढ़ाया गया था महंगाई भत्ता

गौरतलब है कि लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले मार्च में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सातवें वेतनमान का लाभ ले रहे कर्मचारियों पेंशनरों का चार प्रतिशत महंगाई भत्ता बढ़ाने का ऐलान किया था।इसके बाद कर्मचारियों का डीए 42 फीसदी से बढ़कर 46 फीसदी हो गया था। नई दरें एक मार्च 2024 से लागू की गई थी। इससे राज्य के तीन लाख 90 हजार कर्मी और एक लाख 20 हजार पेंशनर लाभान्वित हुए है। अब अगला डीए जुलाई में बढ़ाया जाना है।हालांकि केन्द्र के कर्मचारियों से ये 4 फीसदी अभी भी कम है।


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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