Vaccine नहीं लगवाई तो हो जाइए सावधान, नहीं होगा आपका काम

वैक्सीनेशन

इन्दौर डेस्क: आकाश धोलपुरे– कोरोना की वैक्सीन (Vaccine) लगवाने के लिए लोगों को प्रेरित करने इंदौर के कलेक्टर ने अभिनव कदम उठाया है। उन्होंने ऐसे लोगों के सरकारी कार्यालयों में प्रवेश पर पाबंदी लगाने के निर्देश दिये है, जिन्होंने कोरोना वैक्सीन (Vaccine) नहीं लगवाया है। ऑफिस में एंट्री करते समय 45 साल से ऊपर वाले हर व्यक्ति को अपना कोरोना वैक्सीनेशन का प्रमाण पत्र दिखाना होगा। यह व्यवस्था इसी माह 15 अप्रैल से लागू हो जाएगी।

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कोरोना से बचाव ‘दवाई भी, कङाई भी’ इस मूलमंत्र के सहारे ही कोरोना पर विजय प्राप्त की जा सकती है। आंकड़े बता रहे हैं कि जिन देशों ने वैक्सीनेशन का काम तेजी से किया है वहां पर अब कोरोना संक्रमण की दर तेजी के साथ नियंत्रित हो रही है। ऐसे देशों में इजराइल सबसे आगे है। देशभर में भी एक अप्रैल से अब 45 वर्ष से ऊपर वाले हर व्यक्ति को टीका (Vaccine) लगाने का काम शुरू हो गया है। प्रदेश सरकार ने भी इसके लिए युद्ध स्तर पर मुहिम छेड़ दी है। लेकिन अब भी कई लोग ऐसे हैं जो भ्रामक व असत्य जानकारियों के आधार पर वैक्सीन (Vaccine) लगवाने से कतरा रहे हैं। ऐसे लोगों को सकारात्मक ढंग से प्रेरित करने के साथ-साथ अब इंदौर में जिला प्रशासन ने एक कड़ा कदम उठाया है। कलेक्टर मनीष सिंह ने आदेश दिए हैं कि 15 अप्रैल के बाद कोविड-19 वैक्सीनेशन का सर्टिफिकेट ना होने वाले व्यक्ति को किसी भी सरकारी दफ्तर में एंट्री नहीं दी जाएगी। कलेक्टर ने ट्वीट कर यह जानकारी दी है। उनका कहना है कि वैक्सीनेशन के प्रति लोगों को गंभीर होना होगा।


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Virendra Sharma

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