Gwalior News : सबसे अधिक वैक्सीनेशन करने वाले दल को किया जाएगा सम्मानित

ग्वालियर, अतुल सक्सेना।  कोरोना संक्रमण (Corona Infection) की तीसरी लहर से बचाव के लिए जिला प्रशासन की टीम अभी से जुट गए है।  इसके लिए कोरोना गाइड लाइन के सख्ती से पालन के साथ साथ वैक्सीनेशन (Vaccination) को बढ़ावा देने पर जोर दिया जा रहा है। जिले के कोरोना प्रभारी मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर (Pradyuman Singh Tomar) ने सोमवार को जिले के प्रशासनिक अधिकारियों के साथ बैठक में निर्देश दिए कि कोरोना संक्रमण न फैले इसके लिये सभी एहतियाती कदम उठाए जाएं। कोरोना की रोकथाम के लिये वैक्सीनेशन सबसे आवश्यक है। जिले में वैक्सीनेशन को और गति प्रदान की जाए। आवश्यकता हो तो वैक्सीनेशन सेंटर  भी बढ़ाए जाएं।  इसके साथ साथ सर्वाधिक वैक्सीनेशन करने वाले दलों को प्रोत्साहित भी किया जाए, उन्हें सम्मानित भी किया जाये।

नगर निगम के बाल भवन में कोरोना संक्रमण की रोकथाम के लिये किए जा रहे प्रबंधनों के संबंध में आयोजित इस बैठक में जिले के कोरोना प्रभारी एवं प्रदेश के ऊर्जा मंत्री प्रद्युम्न सिंह तोमर ने कहा है कि नगर निगम के माध्यम से सम्पूर्ण शहर में जो सेनेटाइजेशन का कार्य किया जा रहा है उसे निरंतर जारी रखा जाए। वैक्सीनेशन को प्रोत्साहित करने के लिए अधिक से अधिक केन्द्र खोले जाकर वैक्सीनेशन का कार्य किया जाए और जिन केन्द्रों पर सर्वाधिक वैक्सीनेशन  हो, वहाँ की टीमों को प्रति सप्ताह प्रोत्साहित एवं सम्मानित करने का कार्य भी जिला प्रशासन के माध्यम से किया जाए।
ऊर्जा मंत्री श्री तोमर ने यह भी कहा कि वैक्सीनेशन के प्रति जन जागरूकता पैदा करने हेतु ग्राम पंचायत, ब्लॉक तथा जिला स्तर पर जनप्रतिनिधियों और गणमान्य नागरिकों के साथ निरंतर बैठकें आयोजित कर लोगों को प्रोत्साहित करने की दिशा में कार्य किया जाए। उन्होंने यह भी कहा कि जनप्रतिनिधियों के साथ-साथ जिला एवं ब्लॉक स्तर पर गठित जिला शांति समिति के सदस्यों और समाज के अन्य प्रमुख लोगों को भी बैठक में आमंत्रित कर वैक्सीनेशन के लिये जन जागरूकता का कार्य करने हेतु आग्रह किया जाए।


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Atul Saxena

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पत्रकारिता मेरे लिए एक मिशन है, हालाँकि आज की पत्रकारिता ना ब्रह्माण्ड के पहले पत्रकार देवर्षि नारद वाली है और ना ही गणेश शंकर विद्यार्थी वाली, फिर भी मेरा ऐसा मानना है कि यदि खबर को सिर्फ खबर ही रहने दिया जाये तो ये ही सही अर्थों में पत्रकारिता है और मैं इसी मिशन पर पिछले तीन दशकों से ज्यादा समय से लगा हुआ हूँ.... पत्रकारिता के इस भौतिकवादी युग में मेरे जीवन में कई उतार चढ़ाव आये, बहुत सी चुनौतियों का सामना करना पड़ा लेकिन इसके बाद भी ना मैं डरा और ना ही अपने रास्ते से हटा ....पत्रकारिता मेरे जीवन का वो हिस्सा है जिसमें सच्ची और सही ख़बरें मेरी पहचान हैं ....