Wed, Dec 31, 2025

आखिर किसकी ओर है उमा भारती का इशारा, किसने किया उनके अभियान को कमजोर करने का प्रयास

Written by:Shruty Kushwaha
Published:
आखिर किसकी ओर है उमा भारती का इशारा, किसने किया उनके अभियान को कमजोर करने का प्रयास

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। पहले शराबबंदी और उसके बाद ब्यूरोक्रेसी को लेकर दिए गए अपने बयानों से पिछले तीन दिनों से मीडिया की सुर्खियों में बनी पूर्व मुख्यमंत्री उमा भारती (uma bharti) ने एक बार फिर ट्विटर वॉर किया है। उन्होंने लिखा है कि उनको इस बात की आशंका थी कि शराबबंदी के अभियान की शक्ति को कम करने के लिए कुछ घट सकता है और ऐसा ही हुआ।

केंद्रीय मंत्री ने सज्जन वर्मा को दिया करारा जवाब, सिंधिया-शिवराज को लेकर बड़ा बयान

18 सितंबर को अपने निवास पर प्रेस कॉन्फ्रेंस में उमा भारती ने घोषणा की थी कि 15 जनवरी 2022 के बाद वह शराबबंदी के अभियान में लट्ठ लेकर मैदान में उतरेंगी। उनका यह बयान अभी चर्चाओं में ही था कि 20 सितंबर को उमा भारती का एक वीडियो वायरल हो गया जिसमें वे यह कहते नजर आ रही थी कि ब्यूरोक्रेसी की औकात ही क्या है! ब्यूरोक्रेसी तो हमारी चप्पल उठाती है। हालांकि इस बयान को लेकर बाद में उन्होंने ट्वीट किया कि उनका भाव ऐसा नहीं था और उन्हें असंयत भाषा का प्रयोग नहीं करना था। लेकिन एक बार फिर उमा भारती ने ट्वीट किया है और लिखा है कि उन्हें इस बात की पूरी आशंका थी कि शराबबंदी अभियान की घोषणा के बाद में इस मुद्दे की शक्ति कम करने के लिए कुछ घट सकता है और मेरी आशंका सच्चाई में बदल गई। उन्होंने आगे लिखा है कि ब्यूरोक्रेसी पर दिए गए मेरे बयान पर मीडिया ने कोई तोड़ मरोड़ नहीं किया लेकिन उस बयान को प्रभावी रूप से मीडिया तक पहुंचाने के लिए 20 तारीख ही चुनी गई।

उमा भारती ने आगे लिखा है कि मैं मध्यप्रदेश में शराबबंदी के अपने परम लक्ष्य लोगों का ध्यान हटने ही नहीं दूंगी इसीलिए मैंने असंयत भाषा के प्रयोग को ज्यों का त्यों स्वीकार करते हुए अपना रंज व्यक्त किया। इस पूरे मामले में उमा भारती किसकी ओर इशारा कर रही हैं यह समझ से परे है। लेकिन साफ तौर उन्होंने यह बताने की कोशिश तो की है कि उनके तीन दिन पुराने बयान को जानबूझकर वायरल किया गया ताकि शराबबंदी के मुद्दे को नेपथ्य में डाला जा सके।