कोलकाता, डेस्क रिपोर्ट। भारतीय जनता पार्टी (BJP) के नेता सब्यसाची दत्ता (Sabyasachi Dutta) BJP खेमे में आने के लगभग दो साल बाद गुरुवार को अपनी मूल पार्टी तृणमूल कांग्रेस (TMC) में लौट आए। कोलकाता में राज्य के मंत्रियों फिरहाद हाकिम और पार्थ चटर्जी की उपस्थिति में दत्ता का तृणमूल कांग्रेस में वापस स्वागत किया गया। बिधाननगर नगर निगम के पूर्व अध्यक्ष सब्यसाची दत्ता 2019 में दुर्गा पूजा से ठीक पहले भाजपा में शामिल हुए थे और बिधाननगर निर्वाचन क्षेत्र से अप्रैल-मई विधानसभा चुनाव में असफल रहे थे।
इससे पहले दिन में सब्यसाची दत्ता ने कथित तौर पर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। एक रिपोर्ट के अनुसार, दत्ता ने कहा कि टीएमसी छोड़ने के लिए कुछ गलतफहमियां रह गई थीं। मैं जो कुछ भी हूं या जो कुछ भी मुझे मिला है, वह सब ममता बनर्जी की कृपा के कारण है।
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एक दिन पहले, दत्ता ने लखीमपुर खीरी में किसानों की मौत को भाजपा शासित उत्तर प्रदेश में एक विरोध प्रदर्शन के दौरान कार के पहियों के नीचे किसानों की मौत को “बर्बर” बताया था। दत्ता ने कहा कि लखीमपुर खीरी कांड पर जो नेता नरमी से प्रतिक्रिया दे रहे थे, वे वास्तव में निंदनीय है।
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भाजपा के राज्य सचिव रहे दत्ता ने पार्टी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष दिलीप घोष की प्रतिक्रिया पर टिप्पणी कर कहा कि इस तरह के बर्बर कृत्य के लिए हल्की प्रतिक्रिया देने वाले इस तरह के कृत्यों की निंदा करते हैं। मैं इस तरह की मानसिकता की कड़ी निंदा करता हूं। प्रदेश भाजपा के पूर्व अध्यक्ष घोष ने कहा था कि यूपी प्रशासन उचित कदम उठा रहा है और नेताओं को लखीमपुर खीरी जाने की जरूरत नहीं है।