सीएम शिवराज ने दी बड़ी सौगात- हितग्राहियों के खातों में 170 करोड़ों की राशि ट्रांसफर

Pooja Khodani
Updated on -
सीएम शिवराज

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। सीएम शिवराज सिंह चौहान (CM Shivraj Singh Chouhan) ने आज  संबल योजना के अंतर्गत अनुग्रह सहायता योजना के तहत 7700 हितग्राहियों के खातों में रु.170 करोड़ की राशि एक क्लिक में ऑनलाइन ट्रांसफर (Online Transfer) की और कहा कि गरीबों का कल्याण और उत्थान ही मेरी प्राथमिकता है। संबल योजना के तहत 1 अप्रैल 2020 के पश्चात अब तक 1 लाख 53 हजार 935 प्रकरणों में 1306 करोड़ 86 लाख रु की राशि वितरित की गई है। सरकार सदैव आपके साथ खड़ी है।

उपचुनाव से एक दिन पहले बाबा केदारनाथ की शरण में पहुंचे पूर्व CM कमलनाथ

सीएम शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि संबल योजना (Sambal Yojana) के अंतर्गत आज प्रदेश के 7700 प्रकरणों में 170 करोड़ रुपए वितरित किए गए हैं। कठिन समय में यह राशि परिवारों को अवश्‍य सहारा देगी।वर्ष 2018 में हमने संबल योजना शुरू की, जिसमें अब तक 2,99,290 प्रकरणों में 2557.56 करोड़ रुपए राशि दी गई।  इस योजना के तहत आज तक 1,53,935 प्रकरणों में 1306.86 करोड़ रुपए वितरित किया गया ।

संबल योजना के तहत हमने तय किया था कि गरीब परिवार के मुखिया दुर्घटना में मृत्यु पर परिजनों को हमने चार लाख रुपए की सहायता राशि देने का निर्णय लिया था। हर मुश्किल और परेशानी में सरकार आपके साथ खड़ी है। छोटे से घर में ग्रामीण क्षेत्र में कई परिवार रहते हैं। ऐसे हर परिवार को, परिवार मतलब पति-पत्नी और उनके बच्चों के लिए मुख्यमंत्री आवासीय भू-अधिकार योजना (CM Residential Land Rights Scheme) के तहत स्वतंत्र प्लॉट की व्यवस्था प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्र में की जाएगी।

यह भी पढ़े… अटक सकता है PF पेंशन- 7 लाख का इंश्योरेंस, जल्द करें ये काम, ये है पूरी प्रक्रिया

इस राशि से निश्चित तौर पर अपने परिवार को ठीक ढंग से चलाने में आपको मदद मिलेगी। जो चले गए उन्हें हम वापस नहीं ला सकते, उनके चले जाने के बाद जो बेसहारा हो गए उनको हम सहारा जरूर दे सकते हैं।ये अत्यंत मानवीय योजना है। एक्सीडेंट में अगर निधन हो जाए तो हम चार लाख रुपए सहायता राशि देंगे। जिंदगी आसान रहे और परिवार के रोजगार की गाड़ी चलती रहे इसलिए संबल में चार लाख की राशि देने का हमने फैसला किया है।

 


About Author
Pooja Khodani

Pooja Khodani

खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

Other Latest News