भोपाल। विधानसभा चुनाव में सरकार बनाने में कामयाब हुई कांग्रेस को लोकसभा चुनाव से पहले उम्मीदवारों के चयन को लेकर कड़ी मशक्कत करनी पड़ रही है। भोपाल से लेकर दिल्ली तक पार्टी की कोर कमेटी की बैठक जारी है। शुक्रवार को भी दिल्ली में सोनिया गांधी के निवास पर सीईसी की बैठक हो रही है। कयास लगाए जा रहे हैं कांग्रेस आज एमपी के उम्मीदवारोंं का ऐलान कर सकती है।
दरअसल, विधानसभा चुनाव में मिली जीत के बाद कांग्रेस हर हाल में लोकसभा चुनाव में भी अपना प्रदर्शन अच्छा करनी चाहती है। इसलिए पार्टी हर सीट पर प्रत्याशियों के लिए मंथन कर रही है। लेकिन पार्टी का असल फोकस प्रदेश के चारों बड़े शहरों पर है। यह सीटें सालों से भाजपा का गढ़ हैं। भोपाल, इंदौर, जबलपुर और ग्वालियर सीट बीजेपी का दुर्ग बन चुकी हैं। कांग्रेस इस बार इन सभी सीटों गधों में सेंध लगाने की फिराक में है। इसलिए सिंधिया को ग्वालियर से उतारे जाने पर विचार चल रहा है।
दिग्विजय सिंह को लेकर भी यही स्थित बनी है। मुख्यमंत्री और प्रदेश अध्यक्ष कमलनाथ चाहते हैं सिंह किसी बड़ी सीट से चुनाव लड़े जिससे बीजेपी को कड़ी टक्कर मिल सके। सिंह को इंदौर और भोपाल से उतारे जाने पर पार्टी विचार कर रही है। खुद कमलनाथ ने हाल ही में बयान दिया था कि सिंह वहां से लडे़ं जहां से कांग्रेस तीन दशक से नहीं जीती। सोशल मीडिया पर एक खबर के हवाले से सिंह ने कहा था कि वह हर चुनौती स्वीकार करते हैं। पार्टी जहां से कहेगी वह वहां से चुनावी मैदान में होंगे।
कमलनाथ चाहते हैं दिग्विजय सिंह और सिंधिया प्रदेश में अधिक समय दें जिससे कांग्रेस को मजबूती मिले। यही कारण भी है सिंधिया यूपी की जिम्मेजारी के साथ प्रदेश में कांग्रेस कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर चुनावी रणनीति को लेकर बैठक कर रहे हैं। इसी तरह दिग्विजय सिंह भी प्रदेशभर में कार्यकर्ताओं से चर्चा कर रहे हैं। इसके अलावा भी प्रदेश में कई सीटें ऐसी हैं जो बीजेपी का गढ़ हैं और अब वहाँ कांग्रेस की स्तिथि मजबूत हो गई है| ऐसी सीटों पर भी कांग्रेस दमदार प्रत्याशी उतारेगी|