Lawyers dance on transfer of district judge : आपने वो दृश्य देखा ही होगा जब किसी ऐसे टीचर, जिसे बच्चों नापसंद करते हों, के स्कूल न आने पर क्लासरूम में कैसा जश्न का माहौल हो जाता है। या कोई सख्त बॉस छुट्टी पर चला जाए या फिर उसका ट्रांसफर हो जाए तो कर्मचारियों में कितनी खुशी का माहौल होता है। ऐसा ही कुछ हुआ उत्तर प्रदेश के हमीरपुर में। लेकिन इस बार नजारा थोड़ा चौंकाने वाला था क्योंकि ये जश्न किसी स्कूल या दफ्तर में नहीं बल्कि कचहरी में मनाया जा रहा था।
क्या है मामला
दरअसल हमीरपुर जिला जज अनुपम गोयल के खिलाफ भ्रष्टाचार और मनमानी के आरोप लगाते हुए वहां के वकील अनिश्चितकालीन हड़ताल पर थे। इनका कहना था कि उनकी कार्यप्रणाली के कारण न तो कोर्ट में अधिकारी समय पर बैठते हैं और न ही वकीलों के लिए बैठने या गाड़ी खड़ी करने के लिए सही पार्किंग व्यवस्था है। ऐसे ही कई आरोपों को लेकर डिस्ट्रिक्ट बार एसोसिएशन के बैनर तले वकीलों की बेमियादी हड़ताल चल रही थी।
लंबे समय से ट्रांसफर की मांग
ये लोग जज का ट्रांसफर करने की मांग कर रहे थे और आखिर उनकी मांग पूरी हुई। अनुपम गोयल का ट्रांसफर मुजफ्फरनगर फैमिली कोर्ट में कर दिया गया और हमीरपुर का नया जज बनाया गया है चित्रकूट के जिला जज विष्णु कुमार शर्मा को। अब जैसे ही ये खबर कोर्ट परिसर में पहुंजी, वकीलों की खुशी का बांध टूट गया। आखिर उनकी इतने लंबे समय से चली आ रही ख्वाहिश जो पूरी हो गई थी। बस फिर क्या था..कोर्ट परिसर में ही ढोल ढमाके बजने लगे और वकील खुशी में नाचने लगे। इन्होने एक दूसरे को फूल माला पहनाई और मिठाई भी बांटी। जो खुशी वकीलों के चेहरों पर थी, उसे देखकर लग रहा था कि उन्हें कितनी बड़ी राहत मिली है। लेकिन इस खबर के चर्चा में आने के बाद अब लोग सवाल कर रहे हैं कि आखिर मुजफ्फरनगर फैमिली कोर्ट का अब क्या होगा, जहां का चार्ज ये जज साहब लेंगे। बहरहाल, हमीरपुर के वकील बहुत खुश हैं और इसका इजहार उन्होने जमकर नाचकर किया।