भोपाल| कांग्रेस सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया का दर्द सामने आया है| विधानसभा चुनाव में गुना सीट पर मिली हार पर सिंधिया ने कार्यकर्ताओं से पूछा कि हम गुना में लगातार क्यों हार रहे हैं? इस पर जवाब आया कि यहां कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होती, पूछ परख नहीं होती। अपने संसदीय क्षेत्र के दौरे पर सिंधिया ने मंगलवार शाम को गुना में कांग्रेस के पोलिंग एजेंटों की बैठक ली।
अपन�� दो दिवसीय दौरे पर गुना पहुंचे सांसद सिंधिया ने पोलिंग बूथ के कार्यकर्ताओं से संवाद किया | इस दौरान सिंधिया ने कहा कि पिछले 15 सालों में हम हर बार विधानसभा सीट गुना को हारे हैं और इस बार भी अगर कार्यकर्ताओं ने और पोलिंग बूथ के कार्यकर्ताओं ने मेहनत नहीं की तो फिर हार की कगार पर होंगे | सिंधिया ने कहा कि राहुल गांधी जी ने मुझे यूपी की कमान सौंपी है इसलिए इस बार पोलिंग बूथ के कार्यकर्ता ही मेरी जगह चुनाव लड़ेंगे| सिंधिया ने पूछा क्यों हार रहे हैं, ग्वालियर, मुरैना और अशोकनगर में जीत रहे हैं, लेकिन मेरी ही क्षेत्र में गुना में हार रहे हैं| इस पर आपको मंथन करना होगा| क्या इसमें मेरी कमी है, इस पर जवाब आया कि यहां कार्यकर्ताओं की सुनवाई नहीं होती, फिर पीछे से आवाज आई कार्यकर्ताओं की पूछ परख नहीं होती। सांसद ने इस पर कहा कि आप लोग अगर एक उंगली किसी पर उठा रहे हैं तो देख लें कि 3 खुद आपकी ओर उठ रही हैं।
इस दौरान सिंधिया ने बीजेपी पर भी हमला बोला| सिंधिया ने कहा लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होते ही भाजपा नेताओं की प्रोपेगंडा मशीन सक्रिय हो गई है। अपनी आदत के मुताबिक वे लोगों के कान में फुसफुसाने लगे हैं कि कोई कर्ज माफी नहीं होगी। बेरोजगारों को भत्ता नहीं मिलेगा। उन्होंने कहा कि हम भी उनकी तरह ही जवाब देंगे। आप लोग भी लोगों के कान में कहो – क्या हुआ 15 लाख रुपए का? क्या हुआ हर साल 2 करोड़ रोजगार का? श्री सिंधिया ने कहा कि भाजपा के तीन उसूल हैं। झूठ बोलो, बार-बार बोलो और जोर से बोलो।
बता दें कि गुना जिले में चार विधानसभा सीटें आती हैं जिसमे से तीन कांग्रेस ने जीती है, लेकिन गुना सीट पर भाजपा विधायक का कब्जा है| कांग्रेस की कब्जे वाली तीन सीटों में से दो दिग्विजय खेमे की है| जिस पर राघौगढ़ से मंत्री लक्ष्मण सिंह और चाचोड़ा से दिग्विजय के छोटे भाई लक्ष्मण सिंह विधायक हैं| वहीं बमोरी से सिंधिया गुट के नेता महेंद्र सिंह सिसोदिया विधायक हैं और कैबिनेट मंत्री हैं| लोकसभा चुनाव के लिहाज से इस बार समीकरण गड़बड़ाए हुए नजर आ रहे हैं| जिसके चलते सिंधिया के गुना संसदीय सीट से चुनाव लड़ने पर संशय बना हुआ है| इस बीच सिंधिया के इस बयान से चाचाओं का बाजार गरमा गया है|