कमलनाथ ने गांधी जयंती और शास्त्री जयंती पर प्रदेशवासियों से किया वादा ‘देश की एकता की विरोधी ताकतों का पूरे सामर्थ्य से सामना करेंगे’

Kamal Nath made promise on Gandhi Jayanti : आज महात्मा गांधी और भारत के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री की जयंती है। इस अवसर पर कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने गांधी प्रतिमा और शास्त्री प्रतिमा पर माल्यार्पण कर उन्हें श्रद्धांजलि दी। इसी के साथ कमलनाथ ने कहा कि आज के समय में देश के मूल्यों, संविधान और भाईचारे को चुनौतियां देने वाली ताकतें सबसे सक्रिय हैं और वे हमेशा देश की एकता का खंडन करने वालों का विरोध करते रहेंगे।

‘देश के लिए कांग्रेस हमेशा लड़ी है और जीती भी है’

कमलनाथ ने ट्वीट करते हुए कहा कि “गांधी जी-शास्त्री जी की जयंती का महत्व यूँ तो सच्चाई और ईमान के प्रतीक के रूप में सदैव ही रहा है लेकिन इस साल इसका महत्व बीते हुए सालों के मुक़ाबले सबसे ज़्यादा है क्योंकि जब से देश आज़ाद हुआ है तब से आज तक कभी भी देश के मूल्यों, संविधान व भाईचारे को चुनौती देनेवाली ताक़तें इतनी सक्रिय नहीं हुईं, जितनी अब हुईं हैं। हमारे देश की अनूठी ख़ासियत ये है कि ये शांत रहते हुए भी गांधी जी की तरह सही समय पर अपने नैतिक-बल के आधार पर एक अहिंसक क्रांति करने की सामर्थ्य रखता है और जीतता भी है। हमारे देशवासियों ने औपनिवेशिक ताक़तों से लेकर देश की एकता की विरोधी ताक़तों तक का सामना हमेशा इसी सामर्थ्य से किया है और आगे भी करेंगे और आख़िरकार उनको हराएँगे भी। गांधी जी और शास्त्री जी की जो मुस्कान उनके चित्रों और चलचित्रों में हम सबने देखी है, उस मुस्कान को आगे भी बचाए-बनाए रखने के लिए हर कांग्रेसी अपने देश से वादा करता है और ये मेरा व्यक्तिगत वचन भी है। समय कठिन है और चुनौती बड़ी है, लेकिन देश के लिए कांग्रेस हमेशा लड़ी है और जीती भी है… और जीतेगी भी। हर देशप्रेमी के हृदय में, हर सच्चे मन में गांधी जी आज भी जीवित हैं, जीवंत हैं और सदा रहेंगे।”

उन्होने कहा कि आज नफरत फैलाने वाले बहुतायत में हैं लेकिन कांग्रेस हमेशा मुहब्बत और एकता का प्रसार करती रही है। उनकी मंशा और विचारधारा देश की एकता और सहिष्णुता को अक्षुण्ण रखने की है और वे हमेशा इसके लिए प्रयासरत रहेंगे। उन्होने कहा कि अब प्रदेशवासी भी अच्छे से समय गए हैं कि उनके साथ पिछले 18 सालों में कितना अन्याय और अत्याचार हुआ है और अब सब एक साथ संगठित होकर देश और प्रदेश को नई दिशा देने के लिए आगे बढ़ेंगे।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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