Employees across the state will protest for 4 hours on Friday : अपनी 17 सूत्रीय मांगों को लेकर मध्यप्रदेश के कर्मचारी 28 जुलाई को धरना देंगे। 6 संगठनों के आह्वान पर प्रदेश के कर्मचारी धरना दे रहे हैं। शुक्रवार को दोपहर 12 बजे से लेकर शाम 4 बजे तक चार घंटे के लिए सभी 52 जिलों में धरना चलेगा। भोपाल में सतपुड़ा भवन में धरना दिया जाएगा।
ये हैं मांगें
तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ के प्रदेश सचिव उमाशंकर तिवारी ने बताया कि मध्य प्रदेश के कर्मचारियों को केंद्र के समान महंगाई भत्ता, सेवानिवृत्त कर्मचारियों को महंगाई राहत, पुरानी पेंशन बहाल करने, लिपिकों के ग्रेड पे में विसंगति को दूर करने, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारियों को पदनाम देने, वाहन चालक की भर्ती एवं टैक्सी प्रथा खत्म करने, सातवें वेतनमान के अनुसार वाहन भत्ता एवं मकान किराया भत्ता देने, सीपीसीटी खत्म कर आउट सोर्सेस प्रथा बंद करने, शिक्षकों एवं सहायक शिक्षकों को क्रमोन्नत वेतनमान एवं नियुक्ति दिनांक से वरिष्ठता देने, स्थाई कर्मियों को नियमित करने, कर्मचारियों की पदोन्नति करने, धारा 49 समाप्त करने, पेंशन हेतु अंशदायी पेंशन की गणना 25 वर्ष करने, आंगनवाड़ी अंशकालीन कर्मचारियों की समस्याओं का निदान करने, राजस्व कर्मचारियों की मांगों सहित अन्य मांगों को लेकर धरना दिया जाएगा। मध्य प्रदेश लिपिक वर्ग कर्मचारी संघ, मध्य प्रदेश लघु वेतन कर्मचारी संघ, तृतीय वर्ग कर्मचारी संघ, मध्यप्रदेश शासकीय वाहन चालक यांत्रिकी कर्मचारी संघ, मध्य प्रदेश राजस्व कर्मचारी संघ व मध्य प्रदेश पेंशनर एसोसिएशन 6 संगठनों के आह्वान पर राजधानी सहित पूरे प्रदेश में कर्मचारी 4 घंटे तक धरने पर रहेंगे।