भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। मध्यप्रदेश (madhya pradesh) में एक बार फिर से घरेलू बिजली उपभोक्ताओं (Domestic electricity consumers) को बड़ा झटका लग सकता है। दरअसल पावर मैनेजमेंट कंपनी (power management company) 1 अप्रैल से बिजली के दामों को बढ़ा सकती है। इसके लिए मैनेजमेंट कंपनी द्वारा विद्युत नियामक आयोग (state Electricity Regulatory Commission) के सामने बिजली दरों में 8.32 फीसद वृद्धि का प्रस्ताव रखा गया है।
दरअसल मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी ने राज्य विद्युत नियामक आयोग को बिजली की दर बढ़ाने के लिए प्रस्ताव भेजा है। जिस पर विचार किया जा रहा है। आयोग की तरफ से पावर मैनेजमेंट कंपनी की बात को मान्य कर लिया जाता है तो 1 अप्रैल 2021 से लोगों को बिजली के बड़े हुए दाम देने होंगे।
बता दें कि मध्य प्रदेश पावर मैनेजमेंट कंपनी को पिछले कुछ वर्षों में करीबन 2620 करोड़ रूपए का नुकसान हुआ है। राज्य सरकार द्वारा लोगों को सस्ती दरों पर बिजली उपलब्ध कराई जाती है और इसके घाटों की पूर्ति कंपनियों को सब्सिडी देकर की जाती है। वहीं पिछले साल संबल योजना के तहत बिजली कंपनियों को 3200 करोड़ रुपए मिलने थे लेकिन सब्सिडी नहीं मिलने की वजह से बिजली कंपनियों को 700 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था। जबकि पूर्वी और मध्य क्षेत्र में भी बिजली कंपनियों को 700 और 1600 करोड़ रुपए का घाटा हुआ था।
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बता दे कि संबल योजना के तहत प्रदेश में बीपीएल कार्डधारी, श्रमिक कार्डधारी और ढाई एकड़ से कम जमीन के किसानों को शामिल किया गया था। इसमें आयकर दाताओं को भी योजना का लाभ दिया जाता था लेकिन पिछले दिनों 6 लाख को इस योजना से बाहर कर दिया गया है।
ऐसी स्थिति में कमर्शियल और उद्योग के लिए 2 फ़ीसदी दर बढ़ाने का प्रस्ताव रखा गया है जबकि घरेलू बिजली दरों में 8.32 फीसद वृद्धि के प्रस्ताव नियामक बोर्ड को भेजे गए हैं। अगर नियामक बोर्ड द्वारा बिजली कंपनियों की इस प्रस्ताव को मान्य कर लिया जाता है तो तीसरे महीने में दूसरी बार बिजली की दरों में बढ़ोतरी देखी जाएगी। बता दें कि इस साल जनवरी महीने में बिजली दरों में 1.98 % की वृद्धि की जा चुकी है।