MP Election 2023 के संदर्भ में पीएमम मोदी का मध्य प्रदेश दौरा बेहद महत्वपूर्ण है। ‘बूथ कार्यकर्ताओं’ के साथ प्रधानमंत्री ने दोतरफा संवाद किया। इस मौके पर कार्यकर्ताओं ने उनसे सवाल पूछे और पीएम ने सवालों के जवाब दिए। उन्होने कहा कि भाजपा बूथ कार्यकर्ताओं की पहचान सेवाभाव से होनी चाहिए। इसके लिए छोटे छोटे काम जो बहुत महत्वपूर्ण होते हैं, उनपर ध्यान दिया जाना चाहिए। उन्होने कहा कि ‘कार्यकर्ताओं को गांव गांव में कस्बे में जाकर सेवाभाव से काम करना चाहिए। आपकी पहचान भाजपा कार्यकर्ताओं से आगे बढ़कर एक समाजसेवी के रूप में बनें, इस तरह से काम करना चाहिए।’ इस मौके पर उन्होने विपक्षी दलों पर जमकर प्रहार किया और कहा कि विपक्ष की घबराहट और बौखलाहट देखकर साफ समझ आता है कि देश की जनता ने 2024 के चुनाव में भाजपा को वापस लाने का मन बना लिया है।
प्रधानमंत्री ने दी गारंटी
पटना में विपक्ष की महाबैठक को लेकर प्रधानमंत्री ने जमकर कटाक्ष किया। इस मौके पर विपक्ष की गारंटी के बदले उन्होने भी ‘मोदी की गारंटी’ दी। उन्होने कहा कि ‘हमने 2014 और 2019 का हाल देखा है। तब भी विपक्ष बीजेपी का घोर विरोधी था, लेकिन उन दोनों चुनावों में उनकी इतनी छटपटाहट नहीं दिखी थी जितनी आज दिख रही है। विपक्षी दलों की आज की घबराहट से साफ है कि देश की जनता ने 2024 के चुनाव में बीजेपी को वापस लाने का मन बना लिया है।’ उन्होने कहा कि विपक्ष द्वारा आजकल एक नया शब्द पॉपुलर किया जा रहा है जो है ‘गारंटी’। उनकी तरफ से बार बार एक शब्द आता है ‘गारंटी।’ ऐसे में भाजपा के कार्यकर्ताओं की बड़ी जिम्मेदारी है लोगों को बताएं कि असल में ये विपक्षी दल किस चीज की गारंटी दे रहे हैं। विपक्ष की गारंटी है भ्रष्टाचार की, घोटालों की..ये सारे लोग कम से कम 20 लाख करोड़ के घोटाले की गारंटी है। इसमें कांग्रेस का घोटाला ही सिर्फ लाखों करोड़ों का है।’ पीएम ने कहा कि ‘जब विपक्ष गारंटी दे रहा है तो ऐसे में मोदी की भी एक गारंटी है।’ उन्होने कहा कि ‘मेरी गारंटी है हर घोटालेबाज पर कार्रवाई की गारंटी। हर चोर लुटेरे पर कार्रवाई की गारंटी।’ उन्होने कहा कि जिसने गरीब को और देश को लूटा उसका हिसाब तो होकर रहेगा।
प्रधानमंत्री ने कहा कि बीजेपी के किसी कार्यकर्ता को विपक्ष के घोटालों का मीटर बनाने का काम करना चाहिए। इन पार्टियों के पास घोटालों का ही अनुभव है। उन्होने पटना में विपक्ष की महाबैठक पर कहा कि ‘आज जब कानून का डंडा चल रहा है ये सब एकजुट हो गए हैं। जब जेल की दीवारें सामने हैं तो ये सब विपक्षी दल जुगलबंदी कर रहे हैं। इनका कॉमन मिनिमम प्रोग्राम भ्रष्टाचार के खिलाफ एक्शन से बचने का है।’ उन्होने कहा कि अब देश को तय करना है कि क्या घोटालों की गारंटी को देश स्वीकार करेगा। इसी के साथ भाजपा के बूथ स्तर के कार्यकर्ता इस बात को गांव-गावं घर-घर तक पहुंचाएंगे तो लोगों को इनकी वास्तविकता का पता चल जाएगा। लोग जागरूक हैं, वो देख रहे हैं इस विपक्ष एकता की कोशिश के पीछे विपक्षी दलों की क्या मंशा है।
तीन तलाक और यूनिफॉर्म सिविल कोड पर बड़ी बात
नरेंद्र मोदी कहा कि विपक्ष ने हमेशा मुस्लिम समाज के साथ वोट बैंक की राजनीति की है। इस मौके पर ‘तीन तलाक’ के बारे में कहा कि इसका इस्लाम से कोई संबंध नहीं है। उन्होने कहा कि तीन तलाक की वकालत करने वाले मुस्लिम बेटियों के साथ बड़ा अन्याय कर रहे हैं और अगर इसका इस्लाम से संबंध होता तो मुस्लिम बहुल देश सालों पहले इसे खत्म नहीं कर चुके होते। इसके लिए उन्होने पाकिस्तान, मिस्र, कतर, जॉर्डन, सीरिया और बांग्लादेश का उदाहरण दिया। पीएम मोदी ने कहा कि भारत के मुसलमानों को समझना होगा कि कौन से राजनीतिक दल उन्हें भड़काने का काम कर रहे हैं।
सिविल यूनिफॉर्म कोड को लेकर प्रधानमंत्री ने कहा कि एक ही घर में एक सदस्य के लिए दूसरा कानून हो और दूसरे सदस्य के लिए कुछ और तो क्या घर चल पाएगा। यही बात देश के लिए भी लागू होती है। दोहरी व्यवस्था के साथ देश नहीं चल सकता। भारत के संविधान में भी सभी नागरिकों के सिए समान अधिकार की बात कही गई है। उन्होने कहा कि सुप्रीम कोर्ट बार बार कह रहा है कि कॉमन सिविल कोड लाया जाए लेकिन कुछ लोग अपने स्वार्थ के लिए ये नहीं होने दे रहे हैं।
कांग्रेस पर जमकर हमला
इस मौके पर बिना कांग्रेस का नाम लिए प्रधानमंत्री मोदी ने उसप जमकर हमला किया। उन्होने कहा कि कुछ दल तुष्टिकरण की राजनीति करते हैं लेकिन बीजेपी संतुष्टिकरण की राजनीति करती है। पीएम मोदी ने कहा कि कुछ लोग अपने दल तक ही जीते हैं। दल का ही भला करना चाहते हैं। वो ऐसा इसलिए करते हैं क्योंकि उन्हें भ्र्ष्टाचार का, कमीशन का, मलाई खाने का हिस्सा मिलता है। उन्होने जो रास्ता चुना है उसमें ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती। ये रास्ता है तुष्टिकरण का..वोट बैंक का। गरीब को गरीब बनाए रखने, वंचित को वंचित बनाए रखने से ही उनकी राजनीति चलती है। तुष्टिकर का ये रास्ता कुछ दिनों तक तो फायदा दे सकता है लेकिन ये देश के लिए महाविनाशक होता है, देश का विकास रोक देता है, तबाही लाता है, लोगों में भेदभाव लाता है। जो लोग तुष्टिकरण करते हैं वे छोटो छोटे कुनबे बनाकर लोगों के एक दूसरों के खिलाफ कर देतेे हैं। लेकिन हम भाजपा के लोग हैं, हमारे संस्कार अलग हैं हमारे संकल्प बड़े हैं। हमारी प्राथमिकता दल से पहले देश की है। हम ये मानते हैं कि जब देश का भला होता तो सबका भला होता और देश आगे बढ़ता है। इसलिए भाजपा तुष्टिकरण के रास्ते पर नहीं चलता है, वोट बेंक के रास्ते पर नहीं चलना है। हमारा रास्ता है देश का भला करना का रास्ता। ये तुष्टिकरण का नहीं, संतुष्टिकरण का रास्ता है। ये मेहनत का रास्ता है, पसीना बहाने का रास्ता है।’ उन्होने बीजेपी के 9 साल के कार्यकाल की उपलब्धियां गिनाते हुए कहा कि हमने देश के हर व्यक्ति की भलाई और विकास के लिए योजनाएं बनाई है। पीएम ने कहा कि सामाजिक न्याय के नाम पर वोट मांगने वालों ने गांव और गरीब के साथ सबसे अधिक अन्याय किया है। लेकिन बीजेपी ने गरीब परिवारों को भी शिक्षा और सरकारी भर्तियों में आरक्षण का लाभ दिया है, घुमंतू समाज का साथ दिया है।
‘2047 तक भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य’
प्रधानमंत्री मोदी ने आह्वान किया कि 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है और हमारा लक्ष्य हर समस्या से मुक्ति पाना है। नई नेशनल एजुकेशन पॉलिसी का उदाहरण देते हुए उन्होने कहा कि इसमें बच्चों को प्रेक्टिकल नॉलेज देना है। पढ़ना कम सीखना ज्यादा, टीचिंग नहीं लर्निंग। बूथ कार्यकर्ता अपने गांवों में शिक्षा के लिए काम कर सकता है। उन्होने कहा कि कार्यकर्ता को जनजीवन से जुड़ना चाहिए। लोगों की रोजमर्रा की जिंदगी में राजनीति नहीं होती, आगे बढ़ने का इरादा होता है। बूथ कार्यकर्ता को इस बात को पहचानकर लोगों से जुड़ना चाहिए तो लोग स्वत: उनसे जुड़ जाएंगे। लोगों को सोलर एनर्जी का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए प्रेरित करें। अलग अलग सरकारी योजनाओं से अवगत कराएं। इस तरह बूथ कार्यकर्ताओं को लोगों के जीवन से जुड़ना चाहिए।
उन्होने कहा कि ‘गरीब को मुसीबत से मुक्त कराना है, गांव के लोगों को सरकारी योजनाओं की जानकारी देने के लिए सोशल मीडिया पर अपने गांव का, बूथ का ग्रुप बना सकते हैं। नमो ऐप के द्वारा अनेक योजनाओं की जानकारी लोगों को दे सकते हैं। अपने बूथ के लोग सांसद विधायक और अन्य नेताओं के साथ जुड़े हैं..इसे देखना चाहिए, इसे सिखाना चाहिए। और ये सारी भाषाएं स्थानीय भाषा में की जानी चाहिए। जिस भाषा में लोग समझते हैं उस भाषा में उन तक जानकारी पहुंचाहिये। जब आप बात तुलनात्मक तरीके से कहते हैं तो लोगों को अच्छे से समझ में आता है, इसलिए कार्यकर्ताओं को अध्ययन करना चाहिए। इसके लिए पहले के समय और बीजेपी कार्यकाल के अंतर के बारे में बताइये।’ इस अवसर पर उन्होने सभी कार्यकर्ताओं से एकजुट होने और बीजेपी को मजबूत बनाने का आह्वान किया।