भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। क्रिकेट की दुनिया से पहले भी पक्षपात (partiality) के किस्से सामने आ चुके हैं। कुछ खेल के मैदान पर ही हुए तो कुछ मैदान से बाहर। अब भारतीय क्रिकेट टीम (Indian cricket team) के पूर्व खिलाड़ी जय प्रकाश यादव पर नेपोटिज्म (nepotism) के गम्भीर आरोप लगे हैं। इसे लेकर अब शिकायत BCCI और MPCA में शिकायत की गई है।
एमपी ब्रेकिंग न्यूज से चर्चा में शिकायतकर्ता ने बताया कि अंडर-18 भोपाल टीम (under 18 bhopal team) में चयन के लिए प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पूर्व भारतीय खिलाड़ी जे.पी. यादव (JP yadav) इस सिलेक्शन कमेटी के हैड हैं। इस चयन की प्रक्रिया में जे.पी. यादव के बेटे तनिष्क यादव (tanishk yaday) भी टीम में जगह बनाने हेतु कैंडिडेट के तौर पर मौजूद थे। BCCI के नियमों के अनुसार ऐसी स्थिति में जहां पर पिता सिलेक्शन कमेटी (selection committee) में हों और उनका बेटा सिलेक्शन हेतु कैंडिडेट के तौर पर, ऐसे में या तो पिता को अपने पद से त्यागपत्र देना होता है या फिर बेटे को किसी और जगह से ट्रायल देना पड़ता है। शिकायतकर्ता का कहना है कि जेपी यादव ने BCCI के इस नियम को सिरे से नकारते हुए खुद ही अपने बेटे का सिलेक्शन कर लिया।
शिकायतकर्ता की शिकायत है कि चयन की प्रकिया के दौरान ट्रायल में जेपी यादव की बेटे तनिष्क एक इनिंग में करीब 10-12 रन ही बना पाए थे। वहीं बाकी खिलाड़ियों का प्रदर्शन उनसे बेहतर था। बावजूद इसके फाइनल टीम में तनिष्क का नाम था और उनसे अच्छा प्रदर्शन करने वाले खिलाड़ियों का नहीं। इसे लेकर शिकायत करने वाले शख्स पूर्व भारतीय खिलाड़ी के इस भेदभावपूर्ण रवैसे से बेहद कफा हैं और उन्होंने इसकी शिकायत BCCI और MPCA में की है। उनका कहना है कि इस तरह के भेदभाव से अन्य योग्य खिलाड़ियों का मनोबल टूटता है, साथ ही उनकी लंबी मेहनत पर भी पानी फिर जाता है। उनका कहना है कि जेपी यादव के इस कदम से ये कहना गलत नहीं होगा की बॉलीवुड की तरह ही क्रिकेट में भी नेपोटिज्म पैर पसारने लगा है।