भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। 17 अप्रैल 2021 को होने वाले दमोह उपचुनाव (Damoh By-election) को लेकर राजनैतिक गलियारों में हलचल तेज हो गई है।एक तरफ कांग्रेस से पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ और दिग्विजय सिंह ने मोर्चा संभाल रखा है वही दूसरी तरफ BJP से मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मैदान में है। इसी कड़ी में आज दमोह पहुंचे शिवराज सिंह चौहान (Shivraj Singh Chauhan) ने जनता से वादा करते हुए कहा कि चुनाव में अब केवल आठ दिन बचे हैं। पूरी ताकत बीजेपी को जिताने में लगा दो। घरों से बाहर निकल जाओ, यह चुनाव आपको ही लड़ना है। जिस बूथ पर भाजपा सबसे अधिक वोट से जीतेगी, वहाँ सबसे पहले मैं आऊंगा।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल लोधी (Rahul Lodhi) जी को विश्वास हो गया था कि कांग्रेस के नेतृत्व में दमोह का विकास नहीं हो सकता था। उन्होंने बीजेपी में आने का निर्णय लिया और मांग केवल एक रखी – दमोह में मेडिकल कॉलेज (Medical College)। हमने तुरंत यह सौगात दमोह को दी। कमल हमारी शान है, कमल हमारी पहचान है!केवल राहुल लोधी जी ही नहीं, सभी कार्यकर्ता यह चुनाव लड़ रहे हैं!हर बूथ अध्यक्ष यह चुनाव लड़ रहा है, इसलिए जी और जान से इस चुनाव में जुट जाओ।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि राहुल लोधी जी ने क्षेत्र के विकास के लिए और बीजेपी के लिए अपने पद से इस्तीफा दिया। उन्होंने सरकार को मजबूत करने के लिए अपना पद छोड़ा, बूथ पर बैठे हर एक कार्यकर्ता का यह फ़र्ज़ है कि वे राहुल लोधी जी को जिताएँ। बीजेपी का हर कार्यकर्ता पार्टी के लिए लड़ता है और पार्टी देश के लिए लड़ती है। यह चुनाव पार्टी के मान-सम्मान की लड़ाई है। भाजपा कार्यकर्ताओं की माँ है। हर कार्यकर्ता को अपनी माँ के दूध की लाज रखना है।
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि यह कांग्रेस नहीं, बीजेपी है। यहाँ कार्यकर्ताओं को मान और सम्मान दिया जाता है। पार्टी के एक-एक कार्यकर्ता का योगदान है इसे खड़ा करने में। मैं आपको वचन देता हूँ कि आप सभी का मान-सम्मान किसी भी कीमत पर कम नहीं होने दूंगा!अगर हमने बूथ जीता, तो समझो चुनाव जीता!कांग्रेस के नेतृत्व में कभी दमोह का विकास नहीं हो सकता।जनता का कल्याण और इस क्षेत्र का विकास केवल बीजेपी के नेतृत्व में हो सकता है।
कमलनाथ और दिग्विजय सिंह पर हमला
शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि जब मध्यप्रदेश बर्बाद होने लगा तो ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) ने पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ (Kamal Nath) को चेताया कि अगर जनता के विकास के कार्य नहीं हुए तो मैं सड़कों पर उतरूंगा। कमलनाथ जी ने कहा कि उतर जाओ! वो ऐसे उतरे कि कमलनाथ जी को ही उन्होंने उतार दिया। जब कमलनाथ मुख्यमंत्री बने और मध्यप्रदेश का बंटाधार हुआ, तो सभी को समझ में आया कि अच्छा मुख्यमंत्री कौन था। आज दिग्गी राजा (Digvijay Singh) दमोह आ रहे हैं। वो तो खुद कहते हैं कि मैं जहाँ जाता हूँ, वहाँ कांग्रेस के वोट कट जाते हैं! उनका दमोह में स्वागत है।