Shivraj Singh Chouhan will meet JP Nadda in Delhi : पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की पार्टी से नाराजगी की चर्चाओं के बीच दिल्ली से उनके लिए बुलावा आया है। मंगलवार को उनकी जेपी नड्डा की मुलाकात होगी। बता दें कि मध्य प्रदेश में मोहन यादव को सीएम बनाए जाने के बाद शिवराज ने कहा था कि पार्टी उन्हें जो जिम्मेदारी देगी, वो उसे निभाएंगे। वही बीजेपी ने भी कहा था कि उनके लंबे अनुभव का सही जगह उपयोग किया जाएगा।
रविवार को बैठक में नहीं शामिल हुए शिवराज
क्या शिवराज सिंह चौहान बीजेपी से नाराज हैं..इन अटकलों को और हवा मिल गई जब 17 दिसंबर की शाम दिल्ली में पार्टी की बड़ी बैठक हुई। यहां मंत्रिमंडल गठन सहित कई अहम मुद्दोंं पर चर्चा हुई। मुख्यमंत्री मोहन यादव, उप मुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा और राजेंद्र शुक्ला, कैलाश विजयवर्गीय, प्रहलाद पटेल, नरेंद्र सिंह तोमर, प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, संगठन महामंत्री हितानंद सहित कई कद्दावर नेता शामिल हुए, लेकिन इस बैठक से शिवराज सिंह चौहान नदारद रहे। इसके बाद अब भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व ने उन्हें दिल्ली बुलाया है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मंगलवार दोपहर 12 बजे दिल्ली में जेपी नड्डा के साथ उनकी मुलाकात होगी।
दिल्ली बुलाने के क्या हैं मायने ?
बता दें कि मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम के ऐलान के बाद शिवराज सिंह चौहान ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। यहां उन्होने कहा था कि वो इस बात से संतुष्ट है कि सबसे भारी बहुमत वाली सरकार बनाकर जा रहे हैं। वही शिवराज ने कहा था कि इस जीत में लाड़ली बहना योजना का भी जबरदस्त योगदान है। इसी के साथ एक सवाल के जवाब में उन्होने कहा था कि ‘अपने लिए कुछ मांगने दिल्ली जाने से बेहतर मैं मरना समझूंगा..वो मेरा काम नहीं है।’ इसी के साथ उन्होने कहा था कि वो मध्य प्रदेश में ही रहेंगे। उन्होने कहा था कि ‘मध्य प्रदेश में बैठा हूं..मध्य प्रदेश कहां छूटेगा।” लेकिन अब दिल्ली से उनका बुलावा आया है। इससे पहले भी शीर्ष नेतृत्व कह चुका है कि शिवराज सिंह चौहान के लंबे राजनीतिक अनुभव का पार्टी सही उपयोग करेगी। इसलिए ये कयास भी लगाए जा रहे हैं कि उन्हें दिल्ली में ही कोई अहम जिम्मेदारी दी जा सकती है। मध्य प्रदेश में 19 दिसंबर को मंत्रिमंडल विस्तार की चर्चाएं हैं और इस बीच देखना होगा कि उसी दिन शिवराज और जेपी नड्डा की मुलाकात का क्या नतीजा निकलता है।