सीधी, डेस्क रिपोर्ट। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान (cm sivraj singh chouhan) को सीधी सर्किट हॉउस में अव्यवस्था के चलते नींद में खलल पड़ा। रात भर मच्छरों से परेशान रहे मुख्यमंत्री को सुबह करीब 4 बजे पानी की मोटर बंद करवाने के लिए भी खुद जाना पड़ा। इन अव्यवस्थाओं को लेकर सुबह कमिश्नर राजेश कुमार जैन को फटकार लगाई, जिसके बाद उन्होंने सर्किट हाउस के प्रभारी बाबूलाल गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। वहीं लोकनिर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री देवेंद्र कुमार सिंह को भी नोटिस थमाया गया है।
16 फरवरी को हुए सीधी बस हादसे (sidhi bus accidenr) के बाद पीड़ितों का हाल लेने सीधी पहुंचे मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को सर्किट हाउस के वीआईपी रूम में ठहराया गया था। सर्किट हाउस की अव्यवस्था के चलते सीएम रात भर सो नहीं पाए। कभी मच्छरों ने उन्हें नही सोने दिया तो कभी पानी की मोटर के ओवरफ्लो होने से उनकी नींद टूटी। इतनी खराब व्यवस्था से नाराज़ सीएम ने अधिकारियों को फटकार लगाई, परिणामस्वरूप सर्किट हाउस के प्रभारी इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया।
मुख्यमंत्री सर्किट हाउस के VIP कक्ष में ठहरे थे इसके बावजूद रात भर मच्छरों से परेशान होने के बाद करीब रात में ढाई बजे उनके कक्ष में मच्छर मारने की दवा का छिड़काव किया गया। किसी तरह नींद आई ही थी कि कुछ ही समय बाद 4 बजे करीब टंकी से लगातार पानी बहने से उनकी नींद फिर टूटी और वे खुद पानी बन्द करवाने बाहर आए। मुख्यमंत्री रात साढ़े 11 के बाद विश्राम करने के लिए सर्किट हाउस में अपने कमरे में चले गए थे। लेकिन थोड़े समय बाद ही मच्छरों से परेशान होने लगे। बताया गया कि कमरे में मच्छरदानी तक नहीं थी जिसके बाद तुरंत ही मच्छर मारने वाली दवा मंगवाई गयी। इस शिकायतों के बाद रीवा के कमिश्नर राजेश कुमार जैन ने प्रभारी का निलंबन नोटिस जारी कर दिया है, साथ ही लोकनिर्माण विभाग के कार्यपालन यंत्री देवेंद्र कुमार सिंह को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा गया है।