भोपाल। अपनी सादगी के लिए राजधानी भोपाल के सांसद आलोक संजर जाने जाते हैं। वह शहरवासियों के लिए हमेशा उपलब्ध रहते हैं। लेकिन लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले उन्होंने सांसद निधि का उपयोग कर सभी को चौंका दिया। बीते दो महीनों में ताबड़तोड़ तरीके से उन्होंंने सांसद निधि विकासकार्यों के लिए आवंटित की। अगर औसत निकाला जाए तो 8 लाख रुपए प्रति दिन के हिसाब से उन्होंने विकास कार्यों के लिए फंड खर्च किया है।
लोकसभा चुनाव के ऐलान से पहले जनवरी और फरवरी के महीनों में संजर ने करीब 4.9 करोड़ के विकासकार्यों के लिए फंड जारी किया है। 15 फरवरी 2019 को ही अकेले 40 लाख रुपए एक प्रोजेक्ट के लिए उन्होंने दिए हैं। बता दें सांसद को अपने क्षेत्र में विकासकार्यों के लिए 5 करोड़ रुपए की राशि मिलती है। जिसका उपयोग सांसद अपने संसदीय क्षेत्र में करते हैं। ये राशि संसद स्थानीय क्षेत्र विकास योजना (MPLADS) के तहत दी जाती है। जब मीडिया ने उनसे राशि देरी सेजारी करने के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि ‘सिफारिशों में देरी हुई, क्योंकि मैं यह सुनिश्चित करना चाहता था कि फंड के हर पैसे का सही इस्तेमाल हो। धन का कोई दुरुपयोग नहीं होना चाहिए। मैंने हमेशा ईमानदारी से काम किया है और मेरे कार्यकाल के दौरान जो काम किए गए हैं, उनकी जाँच और सत्यापन किया जा सकता है। एक पैसे के दुरुपयोग का एक भी उदाहरण नहीं है। जब विकास कार्यों के लिए कोई अनुरोध मेरे पास आता है, तो मैं सबसे पहले इसकी जांच करता हूं और इसकी उपयोगिता और वित्तीय व्यवहार्यता के बारे में सुनिश्चित होने के बाद ही मैं उनकी सिफारिश करता हूं।’
बीते पांच साल में किए 20 करोड़ के कार्य
सांसद निधि को लेकर अगर संजर के कार्यकाल की जांच की जाए तो पता चलता है कि उन्होंने 31 दिसंबर 2018 तक 20 करोड़ के विकासकार्यों में इस राशि की उपयोग किया है। पांच साल में सांसद को 25 करोड़ विकासकार्यों के लिए मिलता है। वह पांच करोड़ प्रति वर्ष इस राशि का उपयोग कर सकते हैं। पांच साल के अंत में जो फंड बचता है वह लेप्स हो जाता है। इसलिए फंड लेप्स न हो संजर ने आम चुनाव के ऐलान से पहले ताबड़तोड़ विकासकार्यों के लिए राशि पास की।